रक्षाबंधन पर 37 साल बाद बन रहा ये संयोग
नई दिल्ली। इस बार रक्षाबंधन का पर्व कुछ खास होने जा रहा है। वजह है, इस बार रक्षाबंधन पर एक खास संयोग बन रहा है। ऐसा 37 सालों बाद होने जा रहा है। रक्षाबंधन श्रावण माह की पूर्णिमा 26 अगस्त 2018 रविवार के दिन मनाया जाएगा। सावन पूर्णिमा 25 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 16 मिनट से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी जो 26 अगस्त की शाम 5 बजकर 25 मिनट तक रहेगी।
जानें इस बार के रक्षाबंधन की 7 प्रमुख बातें-
1- इस बार रक्षाबंधन पर धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा
2- राखी बांधने का शुभ मुहूर्त वैसे तो भाई की कलाई पर राखी बांधने का कोई भी समय अशुभ नहीं होता है। लेकिन शास्त्रों में हर शुभ काम के लिए एक शुभ मुहूर्त का निर्धारण किया गया है। मान्यता है कि भाई की दीर्घायु और खुशियों की कामना एक शुभ मुहूर्त में की जाए तो सारे कष्ट दूर होते हैं।
3- शुभ मुहूर्त 26 अगस्त को सुबह 5.59 से दोपहर 3.37 बजे तक
4- राखी बांधने का ये समय अशुभ रहेगा राहुकाल- सांय 4:30 से 6:00 बजे तक
यम घंटा -दोपहर 3.38 से 5.13 बजे
5- इस मंत्र का उच्चारण करते हुए बहन भाई की कलाई पर राखी बांधने से भाई की दीर्घाआयु होती हैं
“येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल” या ॐ यदाबध्नन्दाक्षायणा हिरण्यं, शतानीकाय सुमनस्यमाना:। तन्मस्आबध्नामि शतशारदाय, आयुष्मांजरदृष्टिर्यथासम्।।
6- इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा , भद्राकाल में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है। इस साल राखी की सबसे खास बात ये है कि भद्राकाल सूर्य उदय होने से पहले ही समाप्त हो जाएगा।
7- 37 वर्ष बाद रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा