सावधानः यदि आप भी एक-दूसरे का ईयरफोन इस्तेमाल करते हैं तो आपको भी हो सकता है ये रोग!
नई दिल्ली। तेजी से बदलते आधुनिक दौर में तकनीकी चीजों ने हमारी जिन्दगी में एक महत्वपूर्ण जगह बना ली है। अपनी सुविधानुसार हम सभी, कभी न कभी इन तकनीकी यंत्रों का उपयोग करते हैं। मगर हम कई मर्तबा ये बात भूल जाते हैं कि जरूरत से ज्यादा किसी वस्तु का इस्तेमाल घातक भी हो सकता है। मोबाइल फोन आज हमारी जिन्दगी की सबसे खास जरूरत बन चुका है। वहीं मोबाइल के साथ मिलने वाले ईयरफोन को भी ज्यादातर लोग प्रयेाग करते हैं। अक्सर लापरवाही बरतनें के कारण ये ईयरफोन अब रोग पैदा करने वाला यंत्र बनता जा रहा है।
आज के समय में ईयरफोन लगाना एक फैशन हो गया है। सुबह ऑफिस के लिए निकलते वक्त अक्सर लोग कान में हेडफोन लगा लेते हैं और फिर ऑफिस में काम करने के दौरान भी लगातार कान में हेडफोन लगा के रखना एक फैशन है लेकिन क्या आपको पता है लगातार हेडफोन का यूज आपको बीमार कर सकता है। खासकर ईयरफोन का इस्तेमाल युवाओं में बढ़ता जा रहा है। संगीत सुनना अच्छी बात है। इससे मानसिक रूप से शांति मिलती है, लेकिन लगातार कान में ईयरफोन लगाकर तेज आवाज में गाने सुनना, कान के साथ-साथ दिमाग की सेहत के लिए भी ठीक नहीं है। यदि आप ईयरफोन पर तेज आवाज में लगातार गाने सुनते हैं, तो इससे सुनने की क्षमता धीरे-धीरे प्रभावित होने लगती है। ध्वनि हवा में कंपन से पैदा होती है। जब कंपन कान के पर्दों पर पड़ती है, तो हमें कुछ भी सुनाई नहीं देता है।
कम होती है सुनने की क्षमता:
हेडफोन पर तेज आवाज में गाना सुनने से कान के पर्दों पर लगातार तेज आघात होता है, जिससे बाहर की आवाज सुनाई नहीं देती। इससे दिमाग तेज आघात को सहने की क्षमता विकसित कर लेता है। ऐसे में धीमे आघात को दिमाग पढ़ नहीं पाता। इससे सामान्य आवाज को सुनने में परेशानी होती है।
इंफेक्शन का खतरा:
हेडफोन या ईयरफोन लगाकर गाने सुनने से कान में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। एक-दूसरे का ईयरफोन इस्तेमाल करना इसकी एक वजह हो सकती है। कईं बार कुछ लोगों को पहले से ही कान में संक्रमण की बीमारी होती है। ऐसे में उनके द्वारा उपयोग किया गया ईयरफोन दूसरे के कान में जाने पर संक्रमण फैलाकर रोग उत्पन्न कर सकता है। कुछ लोगों की आदत होती है कि वे हेडफोन लगाकर टॉयलेट चले जाते हैं। कहीं भी हेडफोन को रख देते हैं। ऐसा करने से हेडफोन में हानिकारक बैक्टीरिया चिपकने का डर रहता है। इससे कानों में संक्रमण होने की समस्या बढ़ सकती है।
एकाग्रता की कमी :
अगर आपको लगता है कि काम करते समय हेडफोन पर संगीत सुनने से एकाग्रता बढ़ती है, तो आप गलत हैं। शुरुआत में भले ही आपको यह महसूस हो कि तेज संगीत आपको काम के प्रति एकाग्र कर रहा है, लेकिन लंबे समय तक इस आदत को अपनाने से आप अपनी सामान्य एकाग्रता भी खो सकते हैं। इससे कानों के साथ-साथ दिमाग को भी नुकसान पहुंचता है।
दुर्घटनाओं का खतराः
ईयरफोन लगाकर अक्सर युवा वाहन चलाते हुए, पैदल सड़क पर चलते हुए या सड़क पार करते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। दरअसल ऐसा करके वे अपनी जिन्दगी को खतरे में डाल रहे होते है। कानों में ईयरफोन लगे होने की वजह से संगीत की तेज आवाज में लोग अक्सर आसपास से गुजर रहे वाहनों व उनके हार्न की आवाज नहीं सुन पाते और दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते है। बीेते कुछ वर्षों में ईयरफोन पर बात करते हुए या गाना सुनते हुए हादसों का शिकार होने वाले लोगों की कई खबरें प्रकाश में आयी है। ऐसे में जरूरत है जागरूक बनने की और अपनी समझ से काम लेने की, ताकि समस्याओं और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।