वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने की मांग, उत्तराखंड के हित में मजबूत कदम उठाए सरकार
देहरादून। उत्तराखंड की हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। बीजेपी के राज में जनता त्रस्त है और नेतागण मस्त हैं। प्रदेश की मासूम जनता के जज़्बातों के साथ राज्य की भाजपा सरकार ने खिलवाड़ किया है। ये कहना है जनता कैनिबेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे का। उन्होंने मीडिया को दिये अपने एक बयान में प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने राज्य की भोलीभाली जनता का बेवकूफ बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। उत्तराखंड से विकास कोसो दूर है। राज्य का पढ़ा-लिखा युवा बेरोजगार होकर रोजगार की तलाश में दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उत्तराखंड से तेजी से पलायन हो रहा है, मगर राज्य सरकार मूकदर्शक बन तमाशा देख रही है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य के बेरोजगार युवाओं से नौकरियां मुहैया करवाने के बड़े-बड़े वायदे किये थे किंतु आज प्रदेश में रोजाना भर्ती घोटाले उजागर हो रहे हैं। वहीं प्रदेश का बेरोजगार युवा अपने हक़ के लिए सड़कों पर आंदोलन करने को विवश हो रहा है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं बल्कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने देशभर की जनता से धोखा किया है। चुनाव से पहले बीजेपी ने देश की जनता से जो वायदे किये थे उन्हें पूरा करने के बजाय केंद्र की भाजपा सरकार ने भी आमजन की कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। आलम ये है कि आज महंगाई चरम पर है। रसोई गैस, पेट्रोल और डीजल समेत तमाम जरूरी चीजें महंगी हो गई है।
देवभूमि की बेटी भावना पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों ने जनता का जीना मुहाल किया हुआ है, तो वहीं केंद्र सरकार के पदचिन्हों पर चलते हुए उत्तराखंड सरकार भी राज्यवासियों के साथ ठीक वैसा ही व्यवहार कर रही है। उत्तराखंड में आज शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है। पहाड़ की जनता इन जरूरी सुविधाओं के लिए तरस रही है। इसके साथ ही बरसात में प्रदेश की सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है जिस वजह से रोजाना ही बड़े हादसे घटित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अनेकों इलाकों में आज भी बिजली नहीं आती, आवश्यक सुविधाओं का आज भी अभाव है। पहाड़ के दूरदराज के इलाकों की महिलाओं को आज भी दाना-पानी के लिए मीलों पैदल चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। वहीं जंगली जानवरों के हमलों की वजह से लगभग रोजाना ही पहाड़वासी हादसों का शिकार बन रहे हैं। प्रदेश में आपदाओं का सिलसिला जारी है। वहीं उत्तराखंड सरकार जनता की तकलीफों को दूर किये जाने के बड़े दावे कर खुद अपनी पीठ थपथपा रही है।
भावना पांडे ने हुँकार भरते हुए कहा कि पिछले 22 वर्षों में उत्तराखंड की जनता भाजपा और कांग्रेस के झूठे वायदों एवं निष्क्रिय कार्यकाल को झेल चुकी है। बस अब जनता के सब्र का बांध टूट चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से मांग करते हुए कहा कि सरकार जल्द ही राज्य हित में मजबूत कदम उठाए, बेरोजगार युवाओं को उनका हक़ दे एवं सभी भर्ती घोटालों की सीबीआई से जांच कराई जाए। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।