गुजरात में शराब पीने से अब तक 28 ने गंवाई जान, 50 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती
बोटाद। शराबंबदी वाले गुजरात के बोटाद जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई। जबकि 50 से ज्यादा लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों की एक महिला समेत कुछ छोटे शराब तस्करों ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है। वे 20 रुपये ‘पाउच’ के दाम पर उसे गांववालों को बेचते थे। मामले में FIR दर्ज कर ली गई है। उन्होंने बताया कि जान गंवाने वाले लोगों के ब्लड सैंपल की जांच में पुष्टि हुई है कि उन्होंने ‘मेथेनॉल’ पीया था। भाटिया ने बताया कि 14 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत तीन FIR दर्ज की गई हैं और उनमें से ज्यादातर लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
मामला सोमवार सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद कस्बों के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। जहरीली शराब पीने से अभी तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है। उनमें से 22 बोटाद जिले के विभिन्न गांवों के निवासी थे, जबकि 6 लोग पड़ोसी अहमदाबाद जिले के तीन गांवों के रहने वाले थे। इनके अलावा 45 से अधिक लोगों का भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
फोरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ पी थी। हत्या और अन्य अपराधों के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और ज्यादातर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (ATS) और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच भी जांच में शामिल है। इस बीच, राज्य सरकार ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि गुजरात के गृह विभाग ने मामले की जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है। समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। समिति के अन्य दो सदस्य मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क निदेशक एम.ए.गांधी और गुजरात फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला निदेशक एच.पी.सांघवी हैं।
अहमदाबाद में गोदाम से चोरी किया था 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’
अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि जयेश उर्फ राजू ने अहमदाबाद में एक गोदाम से 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’ चोरी किया था। राजू उस गोदाम में बतौर मैनेजर काम करता था। उसने बोटाद में रहने वाले अपने एक रिश्ते के भाई संजय को 25 जुलाई को इसे 40 हजार रुपये में बेच दिया था। यह जानते हुए भी कि यह एक औद्योगिक विलायक (सॉल्वेंट) है, संजय ने बोटाद के विभिन्न गांवों के मादक पदार्थ तस्करों को इसे बेचा। इन मादक पदार्थ तस्करों ने इस रसायन को पानी में मिलाकर देशी शराब के तौर लोगों को बेचा। इससे 28 लोगों की मौत हुई।
राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही- केजरीवाल
वहीं, गुजरात के दौरे पर गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आरोप लगाया था कि राज्य में शराबबंदी लागू है फिर भी अवैध शराब बेची जा रही है। राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अवैध शराब बेचने वाले लोग राजनीतिक संरक्षण का आनंद ले रहे हैं और उन्होंने शराब की बिक्री से अर्जित धन की जांच की मांग भी की। केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि वह भावनगर के एक अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां जहरीली शराब पीने के बाद बीमार हुए कुछ लोगों को भर्ती कराया गया था।