सुहागरात से पहले पति को लूटकर फरार हुई दुल्हन
आगरा। ‘लुटेरी दुलहन’ यह कोई धारावाहिक नहीं बल्कि वास्तविक घटना है। आगरा के रकाबगंज थानाक्षेत्र में सुहागरात से पहले पति और परिवारवालों को नशीला पदार्थ खिला बेहोश कर जेवर और नकदी समेट चंपत हुई लुटेरी दुलहन को उसके पति ने पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। आरोपी ने कबूल किया है कि एक रात की दुलहन बनने के लिए उसे गिरोह के सरगना ने 5 हजार रुपये दिए थे। पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ में जुटी हुई है। अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
यमुना ब्रिज निवासी सरवन सिंह की पत्नी की मौत हो चुकी है। उनकी तीन छोटी बेटियां हैं। बेटियों के लालन-पालन के लिए वह दूसरी शादी करना चाहते थे। सरवन से डॉकी क्षेत्र के रहने वाले देवकीनंदन ने 50 हजार रुपये में शादी कराने का ठेका लिया था। इसके बाद 5 अक्टूबर को सरवन सिंह की शादी प्रीति नाम की महिला से कराई गई। अगले ही दिन दुलहन प्रीति ने सरवन सिंह और उनके परिवार को खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और जेवर-नकदी लेकर अपने साथियों के साथ फरार हो गई। सरवन सिंह ने रविवार को बिजली घर के पास से लुटेरी दुलहन को पकड़ लिया। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया।
रकाबगंज थाना प्रभारी ने बताया है कि इस मामले में 6 अक्टूबर को वादी सरवन सिंह ने धारा 328, 420, 382 व 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी प्रीति को स्थानीय लोगों ने बिजली घर के पास पकड़ लिया था। आरोपी प्रीति ने पूछताछ में बताया है कि उनकी शादी 9 साल पहले टेडी बगिया के पास हुई थी। उन्होंने कहा, ‘मेरा पति कोई काम नहीं करता था और मेरे शौक पूरे नहीं हो पाते थे। इसके बाद मैं पति को छोड़कर ताजगंज क्षेत्र में गुम्मट की बगीची में आकर रहने लगी थी।’
महिला ने बताया, ‘2 साल पहले मेरी मुलाकात देवकीनंदन से हुई, जिसने मुझे 5000 रुपये सरवन से शादी कर उसके घर से जेवर-नकदी आदि लूटने के लिए दिए थे। देवकीनंदन के गिरोह में चार लोग और हैं। शादी के बाद लूटे गए सारे सामान को देवकीनंदन ने अपने पास रख लिया। रमन सिंह के यहां से लूटा गया सारा माल सरवन सिंह और उसके गिरोह के लोगों के पास है।’ महिला के मुताबिक, वह नौलक्खा स्थित एक पार्लर में काम करती है।