दीप सिद्धू को लेकर सामने आया सनी देओल का बयान, कही ये बात
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस के बीच टकराव हुआ। इसके साथ ही लाल किले के प्राचीर में झंडा फहराने के मामले को लेकर पंजाब एक्टर और सिंगर दीप सिद्धू का नाम सामने आया है। दीप का नाम अभिनेता सनी देओल से जोड़े जाने पर उनका बयान सामने आया है।
सनी देओल ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘आज लाल किले पर जो हुआ, उसे देखकर मन बहुत दुखी हुआ है। मैं पहले भी 6 दिसंबर को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है। जय हिन्द।’
आपको बता दें कि दीप सिद्धू किसान आंदलोन के शुरुआत से ही जुड़े हुए है और वह लागातर किसानों के समर्थन में खड़े हुए है। दीप सिद्धू और उनके भाई मनदीप को राष्ट्रीय सुरक्षा एंजेसी ने पूछताछ के लिए भी तलब किया था। उनसे सिख फॉर जस्टिस नाम के किसी अलगाववागी संगठन के खिलाफ दायर एक मामले को लेकर पूछताछ हुई थी। तब उन्होंने कहा था कि इस अलगाववादी संगठन से उनका कुछ भी लेना-देना नहीं है।
वहीं दीप सिद्धू का फेसबुक में एक वीडियो जारी वायरल हो रहा है। जिसमें दावा किया कि वह कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था और उन्हें कोई साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्टरपंथियों द्वारा किया जा रहा है। सिद्धू ने कहा, ‘‘नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने ‘निशान साहिब’ और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया।’’ उन्होंने ‘निशान साहिब’ की ओर इशारा करते हुए कहा कि झंडा देश की ‘‘विविधता में एकता’’ का प्रतिनिधित्व करता है। ‘निशान साहिब’ सिख धर्म का एक प्रतीक है जो सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगा देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि लालकिले पर ध्वज-स्तंभ से राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया गया और किसी ने भी देश की एकता और अखंडता पर सवाल नहीं उठाया। विभिन्न दलों के नेताओं ने लाल किले पर हिंसा की घटना की निंदा की है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने घटना का एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया कि वह शुरुआत से ही किसान प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं कर सकते। पिछले कई महीनों से किसान आंदोलन से जुड़े सिद्धू ने कहा कि जब लोगों के वास्तविक अधिकारों को नजरअंदाज किया जाता है तो इस तरह के एक जन आंदोलन में ‘‘गुस्सा भड़क उठता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज की स्थिति में, वह गुस्सा भड़क गया।’’ सिद्धू अभिनेता सनी देओल के सहयोगी थे जब अभिनेता ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़ा था। भाजपा सांसद ने पिछले साल दिसंबर में किसानों के आंदोलन में शामिल होने के बाद सिद्धू से दूरी बना ली थी। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं में से एक एवं स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि ‘‘हमने सिद्धू को शुरू से ही अपने प्रदर्शन से दूर कर दिया था।’’