सुरक्षाबलों ने जैश के टॉप कमांडर समेत 2 आतंकियों को किया ढ़ेर

श्रीनगर। कश्मीर के शोपियां के बोना बाजार इलाके में शनिवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर मुन्ना लाहौरी उर्फ बिहारी समेत 2 आतंकी मारे गए। आतंकियों के पास से हथियार और गोला बारूद बरामद हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन है। रिपोर्ट के मुताबिक- केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को क्षेत्र की स्थिति का मुआयना करने के लिए वहां भेजा था। केंद्र सरकार कश्मीर में 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाबल बढ़ा सकती है। पुलवामा हमले के बाद से ही कश्मीर सीमा पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।
वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया- केंद्र ने घाटी में 1000 सैनिक और तैनात करने का निर्णय लिया है। यह लोगों में भय का माहौल पैदा करेगा। कश्मीर में सुरक्षाबलों की कोई जरूरत ही नहीं है। जम्मू-कश्मीर का मामला राजनीतिक है। इसे सेना से नहीं सुलझाया जा सकता। सरकार को इस बारे में फिर से सोचने की जरूरत है।
जिले में सुरक्षा बलों के घेराबंदी और तलाशी अभियान में प्रदर्शनकारियों ने बाधा डालने का प्रयास किया। इस दौरान सुरक्षा बलों पर पथराव कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। लाठीचार्ज किया गया। इसमें कई लोग घायल हो गए। दरअसल, दो आतंकवादियों के मारे जाने के बाद ही कई स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के खिलाफ नारे लगाए। पथराव शुरू कर दिया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने हाल ही में सदन में बताया था कि जम्मू कश्मीर में पांच साल में 963 आतंकवादी मारे गए जबकि 413 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए। सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। तीन साल में 400 से अधिक घुसपैठ की घटनाएं हुईं। इनमें 2016 में 119, 2017 में 136 और 2018 में 143 बार कोशिश की गई।