तो आयुर्वेद में उत्तराखण्ड लहरायेगा परचम
देहरादून। संवाददाता
हर्रावाला स्थित आयुर्वेद विश्वविद्यालय पहुंचे सीएम हरीश रावत ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय के बायोमेडिकल फैकल्टी भवन का लोकार्पण करने के साथ ही आयुर्वेद अस्पताल भवन का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर सीएम ने युवओं में जोश का संचार भरते हुए कहा कि युवा ही देश का आने वाला भविष्य है। राज्य सरकार का उद्देश्य उत्तराखण्ड को पूरी तरह आयुर्वेद प्रदेश बनाना है। जिससें राज्य को दुनिया के नक्शे में एक नई पहचान तो मिलेगी ही, साथ ही रोजगार के अवसर भी बढेंगे। उत्तराखण्ड के साथ ही देश को भी इसका फायद मिलेगा। आयुर्वेद के क्षेत्र में बेहतर भविष्य की तलाश कर रहें युवओं को इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। आयुर्वेद में हम सर्वोच्च स्थान पर रहते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं समझा जाना चाहिए कि सबसे आगे हैं। इसका अर्थ स्पष्ट होता है कि हमें तहदिल से रोगियों को रोगमुक्त करना है। जिससें उन्हें बेहतर जीवन मिल सकें। इस अवसर पर सीएम ने एड्स जागरूकता अभियान के तहत स्लोगन पोस्टर आदि के जरिये अपना योगदान देने वाली छात्राओं को सम्मानित किया। स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने आर्युेवेद को पौराणिक विधा बताते हुए इसे पुनर्जीवित करने पर जोर दिया। उन्होंने औषधीय पौधों की विशेषज्ञता को बढ़ावा देने की भी जरूरत बताई। पीपीडी मोड पर विश्वविद्यालय परिसर में छात्रावास निर्माण का भरोसा भी स्वास्थ मंत्री ने दिया है। कार्यक्रम में विधायक हीरा सिंह बिष्ट, कुलसचिव डॉ मृत्युंजय मिश्रा, डीन डॉ आदित्य नारायण पांडे, सचिव डॉ भूपिन्दर कौर अलख शामिल रहे।