यूपी निकाय चुनावों में बीजेपी का दबदबा
लखनऊ। यूपी के निकाय चुनावों में बीजेपी की विजय के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी पहली परीक्षा पास कर ली है। यूपी सरकार के 6 महीने पूरे होने के बाद हुए इन चुनावों में बीजेपी को 16 नगर निगमों में से 14 पर विजय मिलने के बाद ये माना जा रहा है कि योगी सरकार ने अपना फर्स्ट टेस्ट पास कर लिया है। वहीं गुजरात चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के लिए सबसे अच्छी खबर अमेठी से आई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गढ़ में बीजेपी ने जीत दर्ज की। अब बीजेपी इसे गुजरात चुनाव में भुनाएगी।
निकाय चुनाव में पार्टी की इस शानदार जीत के बाद खुद पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ को इस विजय के लिए शुभकामनाएं दी हैं। निकाय चुनाव के परिणाम आने के बाद पीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘विकास की इस देश में फिर एक बार जीत हुई। उत्तर प्रदेश निकाय चुनावों में भव्य जीत के लिए प्रदेश की जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को ढेरों शुभकामनाएं। यह जीत हमें जन कल्याण की दिशा में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।’
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी ट्वीट कर यूपी के वोटरों का आभार जताया। उन्होंने लिखा, ‘यह जीत हर प्रदेशवासी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केंद्रीय नेतृत्व और बीजेपी की प्रदेश सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों और विकासशील शासन में अटूट विश्वास की जीत है। मैं प्रदेश की जनता को बीजेपी में निरंतर विश्वास प्रकट कर विजयश्री प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।’
निकाय चुनावों के परिणामों के बाद न सिर्फ बीजेपी में योगी का कद बढ़ा है बल्कि गुजरात के चुनावों से पहले पार्टी को एक संजीवनी भी मिल गई है। गुजरात के चुनाव के मतदान में अभी एक हफ्ता शेष है, ऐसे में कहा जा सकता है कि निकाय की विजय के बाद बीजेपी अब सीएम योगी की विजय को यहां भुनाने की कोशिश कर सकती है। इसके अलावा यूपी के इन परिणामों में कांग्रेस पार्टी की हार भी बीजेपी के लिए संजीवनी का काम करेगी।
लखनऊ के अलावा वाराणसी में भी बीजेपी की जीत ने सीएम योगी को एक बड़ी सफलता दी है। सूबे की सबसे वीआईपी सीट माने जा रहे वाराणसी में जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है। साथ ही यह विजय सीएम योगी के उस चुनाव अभियान की भी है जिसके तहत सीएम ने 22 नवंबर को वाराणसी में एक बड़ी जनसभा कर अपने प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगे थे। वाराणसी के परिणाम एक ओर जहां पार्टी के चुनावी नजरिए से महत्वपूर्ण हैं, वहीं उन तमाम योजनाओं के क्रियान्वयन के लिहाज से भी जिनकी घोषणा सीएम योगी और पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व में की गई है।
निकाय चुनाव के परिणामों के बाद अमेठी में कांग्रेस की हार का सीधा असर गुजरात के भी परिणामों पर पड़ता दिख सकता है। राहुल गांधी की ताजपोशी से पहले अमेठी की इस विजय को बीजेपी के लिए गुजरात की संजीवनी के रूप में कहा जा सकता है। साथ ही अमेठी के परिणाम यहां के निवासी उन सैकड़ों परिवारों के रुझान पर भी असर डालेंगे जो कि पिछले कई सालों से गुजरात में रह रहे हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि 2014 की कांटे की टक्कर के बाद निकाय के परिणामों से अमेठी में बीजेपी का पलड़ा थोड़ा भारी जरूर हुआ है।