उत्तराखंड में फर्स्ट स्टेज में कोरोना वायरस, सरकार उठा रही ये कदम
देहरादून। दुनियाभर में दहशत फैलाने वाला कोरोनावायरस अब उत्तराखंड में भी दस्तक दे चुका है। राज्य में जानलेवा वायरस से संक्रमित संदिग्धों की संख्या में रोजाना इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है। इस संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार ने भी कमर कस ली है। प्रदेश सरकार के द्वारा एहतियातन सभी महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं जिससे उत्तराखंड में इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।
गौरतलब है कि जानलेवा कोरोना वायरस उत्तराखंड में फर्स्ट स्टेज में है। सरकार की कोशिश है कि वायरस को तीसरे व चौथे स्टेज तक पहुंचने से रोका जाए। इसके लिए सरकार हरसंभव कदम उठा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने वायरस से बचने के लिए लोगों को सामाजिक दूरी बनाने की सलाह दी है। चीन व अन्य प्रभावित देशों से आए 712 लोगों को निगरानी में रखा गया है।
बुधवार को स्वास्थ्य निदेशालय में अपर सचिव एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक और स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने संयुक्त प्रेसवार्ता में प्रदेश में कोरोना वायरस को रोकने के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वायरस फैलने के चार स्टेज है। इसमें पहला प्रभावित देशों की यात्रा कर लौटे व्यक्ति में संक्रमण, दूसरा संक्रमित व्यक्ति से स्थानीय स्तर पर एक से दूसरे में फैलना, तीसरा कम्युनिटी में फैलना और चौथा एपिडेमिक (महामारी) की स्थिति है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि उत्तराखंड में अभी वायरस का संक्रमण फर्स्ट स्टेज में है।
प्रदेश में अब तक वायरस की जांच के लिए 78 सैंपल लिए भेजे गए। जिसमें 28 सैंपल निगेटिव और एक मामला पॉजिटिव पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सतर्क किया कि कोई भी व्यक्ति आईसोलेशन वार्ड में न जाएं। इससे वायरस फैलने का खतरा हो सकता है। इस मौके पर नोडल अधिकारी डॉ. पंकज सिंह, जनसंपर्क अधिकारी जेसी पांडेय भी मौजूद रहे।
दवाइयों व उपकरणों के लिए विभाग को 60 करोड़ जारी
वायरस को रोकने के लिए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को 60 करोड़ की राशि जारी कर दी है। इस धनराशि से दवाइयां, उपकरण के साथ ही प्रदेश भर में आईसोलेशन वार्डों की व्यवस्था की जाएगी। वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने भी मास्क, दवाइयों व अन्य चिकित्सा सुविधा के लिए बजट खुला रखा है।
सोशल मीडिया पर भ्रांति न फैलाएं
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. उप्रेती ने कहा कि वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर भ्रांति न फैलाएं। प्रदेश में एक पॉजिटिव केस के अलावा कोई भी दूसरा मामला सामने नहीं आया है। विभाग की ओर से पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
दून और गांधी अस्पताल में बढ़ाए जाएंगे आईसीयू बेड
कोरोना वायरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में 337 आईसोलेशन बेड की व्यवस्था की है। दून और गांधी अस्पताल में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी वेंटीलेटर और आईसीयू बेड बढ़ाए जाएंगे