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उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा- राज्य के शिक्षकों व कर्मचारियों का शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
देहरादून। उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा समस्त महाविद्यालय प्राचार्य एवं संयुक्त निदेशक को निर्देश जारी किए हैं कि प्रदेश के महाविद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों ने राज्यपाल, मंत्री और मुख्यमंत्री को सीधे पत्र लिखा तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। उच्च शिक्षा निदेशक के इस निर्देश का जनसेवी भावना पांडे ने पुरजोर विरोध किया है।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी, उत्तराखंड की बेटी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने इस निर्णय पर विरोध जताते हुए कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों द्वारा तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाते हुए जबरन महाविद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है।
शिक्षकों व कर्मचारियों के समर्थन में आगे आईं प्रसिद्ध जनसेवी एवं जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, विशेष तौर पर जब कर्मचारियों का शोषण कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा इस प्रकार का तुगलकी फ़रमान जारी करना विभागीय अधिकारियों की हिटलरशाही को दर्शाता है।
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने इस आदेश के विरुद्ध हुंकार भरते हुए कहा कि राज्य के शिक्षकों व कर्मचारियों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने उत्तराखंड सरकार एवं राज्य के शिक्षा मंत्री से इस मामले का संज्ञान लेने और ऐसे आदेशों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।