विकास के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर
देहरादून। मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत की उपस्थिति में यूजेवीएन लि0 एवं उत्तराखण्ड शुगर्स के मध्य सह-विद्युत परियोजनाओं के क्रियान्वयन हेतु परियोजना विकास अनुबन्ध जबकि यूजेवीएन लि0 व वैकल्पिक जल ऊर्जा केन्द्र, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की के मध्य सतही टरबाइन के शोध एवं विकास के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस अवसर पर यूजेवीएनएल द्वारा 10 करोड़ 14 लाख 37 हजार 112 रूपए जबकि पिटकुल द्वारा 5 करोड 1 लाख 74 हजार 460 रूपए़ के लाभांश का चैक मुख्यमंत्री श्री रावत को भेंट किया गया।
यूजेवीएन लिमिटेड मैदान जी0एम0एस0 रोड में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत ने ऊर्जा क्षेत्र के तीनों निगमों के अधिकारियों एव कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रसन्नता का विषय है कि वर्तमान में ऊर्जा क्षेत्र के दो निगम यूजेवीएनएल एवं पिटकुल लाभ कमाने वाली यूटिलिटी बन गये है। हम चाहते है कि उरेडा की सरंचना में भी इस प्रकार के परिवर्तन लाया जाए कि यह व्यवसायिक आधार पर संचालित हो। लाभ की स्थिती में आने पर यह निगम अपने लाभ को विकास व रोजगार अवसरों के सृजन में निवेश कर सकते है जिससे नागरिको का खुशहाली स्तर बढे़गा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लाभ कमाने को अपनी आदतों का अनिवार्य हिस्सा बनाना होगा। हर परिस्थिती में हमें इस गति को बनाये रखना होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने सरकारी गन्ना मिलों द्वारा ऊर्जा उत्पादन हेतु की गई इस नई पहल की प्रश्ंासा की तथा आशा व्यक्त की कि कम से कम 100 मेगावाट तक ऊर्जा उत्पादन किया जा सकेगा। हमें पूरा विश्वास है कि यह एक अच्छी शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत सभी अधिकारी व कर्मचारी बहुत परिश्रम से कार्य कर रहे है व राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। कुछ क्षेत्रों जैसे सोलर व विंड एनर्जी उत्पादन में भी राज्य में असीम संभावनाएं है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ट्रांसमिशन लाॅस को राज्य में काफी सीमा तक नियंत्रित व कम किया गया है। राज्य में घरेलू एवं कमर्शियल को सबसे सस्ती दरों पर बिजली प्रदान की जा रही है। ऊर्जा क्षेत्र में हमारी तीन उपलब्धियां है जिसमें सबसे सस्ती बिजली, पूरी बिजली एवं अबाधित बिजली व गुणवतापूर्ण बिजली आपूर्ति है। हम राज्य में गुणवतापूर्ण व सस्ती बिजली आपूर्ति हेतु प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर विधायक विजयपाल सजवाण, सचिव ऊर्जा डा0 उमाकान्त पंवार, सचिव गन्ना विनोद शर्मा, प्रबन्ध निदेशक यूजेवीएन लि0 एस एन शर्मा तथा निगम के अधिकारी व कर्मचारी गण उपस्थित थे।