हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। प्राप्त समाचार के अनुसार बनभूलपुरा थाना क्षेत्र निवासी एक बुजुर्ग की उनकी विवाहित बेटी ने गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार बेटी मानसिक रूप से बीमार थी। उसके पिता कुछ दिन पहले ही उसे उपचार के लिए दिल्ली से हल्द्वानी लाए थे। पुलिस ने बेटी को हिरासत में लेकर एसटीएच में भर्ती कराया है।
मूलरूप से रानीखेत के रहने वाले सूर सिंह नेगी (61) सेना से रिटायर होने के बाद पोस्ट ऑफिस में कार्यरत थे। यहां से भी रिटायर होने के बाद वह पत्नी विमला देवी के साथ बरेली रोड स्थित चौधरी कॉलोनी में रहने लगे। उनका बेटा श्याम सिंह सेना में पूना में तैनात है, जबकि बेटी ज्योति कन्याल अपने पति राजेंद्र सिंह कन्याल और चार साल की बेटी रियू के साथ दिल्ली में रहती है।
बताया जा रहा है कि ज्योति करीब डेढ़ साल से मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। इसी कारण 15 जनवरी को ज्योति को उपचार के लिए सूर सिंह अपने साथ दिल्ली से हल्द्वानी ले आए। इस दौरान दामाद राजेंद्र और नातिन भी हल्द्वानी में ही थे।
शुक्रवार सुबह राजेंद्र दिल्ली लौट गए। शाम करीब पांच बजे ज्योति को दौरा पड़ने लगा और वह हंगामा करने लगी तो पिता ने उसे रोकने का प्रयास किया। इससे कुछ देर में ज्योति शांत हो गई। करीब दो घंटे बाद ही ज्योति को फिर दौरा पड़ा और वह हंगामा कर घर में इधर-धर भागने लगी। कहीं ज्योति घर से बाहर न निकल जाए, इस अंदेशे में सूर सिंह ने घर के मेन गेट और दरवाजे पर ताला लगा दिया। इसी दौरान ज्योति ने घर के अंदर ही सूर सिंह के मफलर से उनका गला दबा दिया।
घर में शोर सुनकर पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। वे सूर सिंह को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से डॉक्टरों ने उन्हें एसटीएच रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान सूर सिंह ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ज्योति को हिरासत में लेने के बाद उपचार के लिए एसटीएच में भर्ती कराया है।
ज्योति की मानसिक बीमारी से परेशान सूर सिंह को हर समय उसकी चिंता रहती थी। ज्योति अपने पति के साथ दिल्ली के घर की पांचवीं मंजिल में रहती थी और परिवार को हमेशा उसके पांचवीं मंजिल से कूदने का भय बना रहता था इसी से बचने के लिए सूर सिंह उसे हल्द्वानी लाए। और कुछ दिन बाद ही सूर सिंह की ज्योति को लेकर गांव में एक पूजा कराने की योजना भी थी।
सूर सिंह के मकान में अभी पांच लोग किराए पर रहते हैं किराएदारों का कहना था कि दौरा पड़ने के बाद ज्योति का गुस्सा देखकर उन्हें भी ज्योति को रोकने की हिम्मत नहीं हुई। पिता को मारने के बाद ज्योति कमरे से बाहर आई और चिल्लाकर अपने पिता को मारने की बात कहने लगी। पुलिस ने ज्योति की चार साल की बेटी रियू को उसके किराएदार के सुपुर्द किया है। देर रात ज्योति के पति राजेंद्र भी दिल्ली से सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंच गए।
बनभूलपुरा थाना प्रभारी सुशील कुमार का कहना है कि बरेली रोड स्थित चौधरी कॉलोनी में रहने वाले सूर सिंह नेगी की बेटी ज्योति कुछ समय पूर्व से मानसिक रुप से बीमार चल रही थी। तीन दिन पूर्व ही ज्योति के पिता उसे हल्द्वानी लेकर पहुंचे थे। शुक्रवार रात ज्योति को दौरा पड़ा और उसने गुस्से में आकर पिता की गला दबाकर हत्या कर दी। ज्योति को हिरासत में लेकर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।