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बेरोजगार युवाओं व महिलाओं के हक़ के लिए सदैव लड़ती रहूँगी : राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे

देहरादून। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवं जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करते हुए निशाना साधा है। उन्होंने उत्तराखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं के प्रति पूरी तरह लापरवाह एवं उदासीन बनी नज़र आ रही है।

जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने बेरोजगार युवाओं के प्रति सरकार की उपेक्षा को दर्शाते हुए उद्यान विभाग का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के उद्यान विभाग में 1700 पद खाली पड़े हैं जिसके लिए वे पूर्व में आन्दोलन भी कर चुकी हैं लेकिन ये पद अभी भी खाली ही है। नियुक्तियाँ कब निकलेंगी ये कोई नहीं जानता।

जनसेवी भावना पांडे ने कहा कि लगभग यही हाल राज्य के अन्य विभागों का भी है, जहां पद तो रिक्त हैं किंतु इन्हें भरने की सरकार की नीयत नज़र नहीं आ रही। इसी वजह से सरकार नईं भर्तियां नहीं निकाल रही है। फलस्वरूप प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर आंदोलन करने को विवश होना पड़ रहा है।

उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व राज्य के युवाओं से बड़ा वायदा करते हुए कहा था कि दोबारा सरकार बनने पर बेरोजगार युवाओं को रोजगार के साधन मुहैया करवाने के लिए नई भर्तियां खोली जाएंगी। इसके साथ ही सीएम ने अन्य कईं घोषणाएं भी की थी किन्तु सरकार बने 100 दिन से भी अधिक समय व्यतीत हो चुका है मगर ये घोषणाएं पूरी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी खोखली उपलब्धियां गिनवाने में व विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाने में ही व्यस्त नज़र आ रहे हैं।

वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि धामी सरकार को राज्य के बेरोजगार युवाओं की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है। उत्तराखंड से तेजी से युवा पलायन कर रहे हैं किंतु सरकार रोजगार के नाम पर कोई ठोस कदम न उठाकर युवाओं को झूठे वायदों का लॉलीलॉप थमाती नज़र आ रही है।

गौरतलब है कि जनसेवी भावना पांडे बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के हित के लिए हमेशा आगे रहती हैं। उनका मानना है कि जो पीड़ा उन्होंने सही है वो तकलीफ़ प्रदेश के किसी शख्स को न झेलनी पड़े। इसलिए वे यहाँ की जनता के हक़ की आवाज़ उठाती रहती हैं। उनका कहना है कि उत्तराखण्ड के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के हित के लिए ही उन्होंने राजनीतिक दल जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) का गठन किया है, जिससे वे आमजन की माँग एवं उनकी आवाज़ को बेहतर ढंग से उठा सकें।

उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव से पूर्व समाजसेवी भावना पांडे ने कईं आन्दोलनों को अपना समर्थन दिया। विशेषतौर पर उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के लिए उन्होंने बढ़चढ़ कर कार्य किया है। फिर चाहे वो आशा कार्यकत्रियां हो, आंगनबाड़ी महिलाएं हों या पाटनदाइयां हो। वे इन महिलाओं की मजबूत आवाज़ बनकर सामने आईं।

यही नहीं समाजसेवी भावना पांडे ने बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट, पीआरडी जवान, सहायक लेखाकार, दंत चिकित्सक एवँ प्रेरक शिक्षक आदि तमाम युवा संगठनों के आंदोलनों को अपना समर्थन दिया। साथ ही अपने खर्च पर बेरोजगार युवाओं के धरने व प्रदर्शन को लम्बे समय तक जारी रखने में सहयोग प्रदान किया।

उनका कहना है कि वे उत्तराखण्ड की आन्दोलनकारी बेटी हैं और राज्य के बेरोजगार युवाओं व महिलाओं के हक़ के लिए सदैव लड़ती रहेंगी और आवाज़ उठाती रहेंगी। फिर चाहे कोई भी सरकार हो यदि वो आमजन की तकलीफ़ों से मुँह फेरेगी तो उसे जन आक्रोश का सामना करना ही पड़ेगा। उन्होंने उत्तराखण्ड सरकार से मांग कि है कि वे राज्य के युवाओं और महिलाओं के हित के लिए ठोस कदम उठाए औऱ रोजगार के साधन उपलब्ध करवाए वरना बेरोजगार युवाओं के लिए वे पुनः आंदोलन को बाध्य होंगी।

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