युवक ने मेट्रो स्टाफ पर लगाया ऐसा आरोप, जानकर रह जाएंगे हैरान

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसपर यकीन करना लगभग नामुमकिन ही है। गौरतलब है कि अभी तक तो मेट्रो में सिर्फ महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़खानी की घटनाएं ही सामने आती रहीं हैं, लेकिन अपनी तरह के एक अनूठे मामले में पहली बार एक युवक ने आरोप लगाया कि मेट्रो स्टेशन पर चेकिंग करने के नाम पर एक शख्स ने उसके साथ छेड़खानी की।
वैसे तो मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों की चेकिंग और फ्रिस्किंग केवल सीआईएसएफ के जवान ही करते हैं और उनकी वर्दी खाकी रंग की होती है, लेकिन पीड़ित युवक ने बताया है कि करीब 6 फीट के जिस आदमी ने चेकिंग के नाम पर उसके साथ शारीरिक छेड़खानी की, उस आदमी ने नीले रंग की धारियों वाली शर्ट, डार्क ग्रे कलर की पैंट और काले जूते पहन रखे थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि शायद वह कोई प्राइवेट सिक्यॉरिटी गार्ड हो सकता है। पीड़ित ने डीएमआरसी को ई-मेल के जरिए शिकायत भेजकर इस मामले की जांच करने और आरोपी के खिलाफ ऐक्शन लेने की मांग की है।
डीएमआरसी और सीआईएसएफ के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़ित शख्स ने ई-मेल में बताया है कि 16 मई की शाम 7 बजे के करीब उत्तम नगर ईस्ट मेट्रो स्टेशन पर उसके साथ यह घटना घटी। चेकिंग के नाम पर आरोपी ने पहले उसके चेस्ट को गलत तरीके से छुआ और उसके बाद उसकी बेल्ट खोलने की भी कोशिश की। उस वक्त पीड़ित युवक ऑफिस से अपने घर लौट रहा था।
हालांकि उसने मेल में यह नहीं बताया है कि यह घटना स्टेशन परिसर के अंदर किसी जगह घटी। घटना के वक्त ही उसने मेट्रो के स्टेशन कंट्रोलर या वहां तैनात सीआईएसएफ के अधिकारियों को इस बारे में क्यों नहीं बताया, यह भी स्पष्ट नहीं हुआ है। पीड़ित ने मेल में अपना फोन नंबर भी नहीं दिया है। उसने घटना के 2 दिन बाद 18 मई को डीएमआरसी की हेल्पलाइन वाले ई-मेल अड्रेस पर मेल भेजकर यह शिकायत दर्ज कराई थी।
मेट्रो के अधिकारियों का जहां यह कहना है कि सुरक्षा से जुड़ा मामला होने की वजह से उन्होंने यह शिकायत जांच के लिए सीआईएसएफ को भेज दी है, वहीं सीआईएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें औपचारिक तौर पर अभी तक ऐसी कोई कंप्लेंट डीएमआरसी की तरफ से नहीं मिली है। मेट्रो पुलिस ने भी कंप्लेंट मिलने से इनकार किया है। वहीं पीड़ित ने मांग की है कि स्टेशन के सीसीटीवी के जरिए जांच कर आरोपी का पता लगाया जाए और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।