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सोनम की एक गलती बनी अहम सुराग, जानिए पुलिस ने कैसे सुलझाया हनीमून मर्डर केस?

Raja Raghuvanshi Case: इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी के हत्याकांड को लेकर मेघालय पुलिस ने अपनी जांच को लेकर अहम पहलू साझा किया है। मेघालय डीजीपी ने कहा- अपनी जांच को हमने उस वक्त सिर्फ सोनम रघुवंशी पर केंद्रित कर दिया, जब हमने होमस्टे से कुछ ऐसे सामान की बरामदगी हुई। जिसने हमें इस हत्याकांड में उसकी संलिप्तता को लेकर शक हुआ।

नई दिल्ली। राजा रघुवंशी हत्याकांड से हर कोई स्तब्ध है। राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को हत्या का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद से दोनों परिवार सदमे में हैं। इस मामले में एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। मेघालय पुलिस ने बताया है कि, कैसे उन्हें इस मामले में सबसे बड़ा सुराग मिला और उनकी जांच सोनम पर फोकस हो गई।

Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
मेडिकल के बाद सोनम को ले जाती पुलिस
इस सुराग ने मामले को दी नई दिशा
मेघालय की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एल. नोंगरांग ने बुधवार को बताया कि राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम ने सोहरा स्थित एक होमस्टे में अपना सूटकेस छोड़ दिया था। उसमें मिला ‘मंगलसूत्र’ और एक अंगूठी इस हनीमून मर्डर केस को सुलझाने में अहम सुराग साबित हुए। सोनम (25) और राजा (29) की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी, और वे 20 मई को अपने हनीमून के लिए असम के गुवाहाटी होते हुए मेघालय पहुंचे थे। दोनों 23 मई को सोहरा के ईस्ट खासी हिल्स जिले के नोंग्रियात गांव में एक होमस्टे से चेक आउट करने के कुछ घंटों बाद लापता हो गए थे।
Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
पत्नी सोनम और राजा रघुवंशी
‘विवाह के प्रतीक चिह्न छोड़ देना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण संकेत था’
राजा का शव 2 जून को एक झरने के पास एक गहरी घाटी में मिला था। सोनम की तलाश जारी रही, जो 9 जून की सुबह करीब 1,200 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मिली थी। डीजीपी नोंगरांग ने बताया, सोनम का ‘मंगलसूत्र’ और एक अंगूठी हमें उस सूटकेस में मिली थी। जिसे दंपती ने सोहरा के होमस्टे में छोड़ा था। एक विवाहित महिला द्वारा अपने विवाह के प्रतीक चिह्न छोड़ देना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण संकेत था, जिससे हमने उसे संदिग्ध के रूप में मानते हुए जांच की दिशा तय की।

जांच से जुड़े एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपति 22 मई को बिना किसी अग्रिम बुकिंग के सोहरा के एक होमस्टे में पहुंचे थे। उन्हें वहां कमरा नहीं मिला, इसलिए उन्होंने सोचा कि 3,000 से अधिक सीढ़ियों वाले ट्रेक पर अपने साथ सूटकेस ले जाना मुश्किल होगा। उन्होंने सूटकेस वहीं होमस्टे में छोड़ दिया और नोंग्रियात गांव स्थित डबल डेकर रूट ब्रिज देखने के लिए निकल पड़े।

उन्होंने 22 मई की रात नोंग्रियात में एक होमस्टे में बिताई और 23 मई की सुबह वहां से चेक आउट किया। फिर वे वापस सोहरा लौटे, वहां से अपना स्कूटर लिया और फेमस झरने की ओर रवाना हुए, जहां तीन सुपारी किलर्स ने कथित रूप से सोनम की मौजूदगी में राजा की हत्या कर दी। बता दें कि, एक स्थानीय टूर गाइड ने दंपति को नोंग्रियात से सोहरा लौटते समय तीन हिंदी बोलने वाले पुरुषों के साथ देखा था। पुलिस अधिकारी ने कहा, आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया है, और हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं, जिससे किसी प्रकार से नकारना संभव नहीं है। शिलांग की एक अदालत ने सोनम, उसके प्रेमी राज और तीनों सुपारी किलर्स को आठ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

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Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
राजा रघुवंशी और सोनम 22 मई से लापता
मेघालय यात्रा की कोई तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा न करना पुलिस के लिए बना पहला सुराग
इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की हत्या को सुलझाने में मेघालय पुलिस की एसआईटी के लिए नवदंपती का मेघालय यात्रा की कोई भी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट न करना पहला सुराग साबित हुआ। दंपती के इस व्यवहार को अजीब मानते हुए एसआईटी ने 42 वीडियो फुटेज की जांच की और उनके व्यवहार पैटर्न और आवाजाही का अध्ययन किया।
ये फुटेज मामले में आखिरकार महत्वपूर्ण साबित हुए। राजा का शव मिलने के बाद जासूसों ने इन्हें अपराध स्थल से जोड़ा और हत्या के बाद उनकी गतिविधियों व गवाहों के बयानों की भी जांच की। मेघालय पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया था कि राजा की हत्या की गुत्थी सुलझाने और संदिग्धों को पकड़ने के अभियान को अनौपचारिक रूप से ऑपरेशन हनीमून नाम दिया गया था। यह विशिष्ट कोड नाम इसलिए दिया गया क्योंकि 11 मई को विवाह बंधन में बंधे नवविवाहित जोड़े राज्य में हनीमून मनाने आए थे। पुलिस ने 7 जून को आधिकारिक तौर पर ऑपरेशन हनीमून शुरू किया था। इसके तहत 8 जून तक मध्य प्रदेश में कई गिरफ्तारियां की गईं।
Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
सोनम और राज कुशवाह

 

मौत के बाद 2:15 बजे एक पोस्ट हुआ

पुलिस ने बताया कि हमारा शक तब और बढ़ गया जब राजा की मौत के बाद रात 2:15 बजे उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ पोस्ट दिखाई दिए। इनके बारे में बाद में जांचकर्ताओं को पता चला कि यह जानबूझकर गुमराह करने के लिए पोस्ट किया गया था। सूत्रों ने बताया कि निगरानी फुटेज से पता चला है कि सोनम ने अपराध स्थल से करीब 10 किमी दूर सुपारी किलर से मुलाकात की थी।

Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
लाल और काले रग के जैकेट में सोनम
सोनम ने रेनकोट एक हत्यारे को दिया था
अपराध स्थल से मिले साक्ष्यों में एक रेनकोट भी था। सोनम ने यह रेनकोट हमलावरों में से एक आकाश राजपूत को दिया था और एक अन्य संदिग्ध द्वारा पहना गया मैचिंग जैकेट भी शामिल था। जांचकर्ताओं ने राजा के डिवाइस से एक मोबाइल स्क्रीन भी बरामद की है। गौरतलब है कि जब आनंद कुर्मी को गिरफ्तार किया गया तो उसने घटना वाले दिन से ही वही कपड़े पहने हुए थे। पुलिस ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल चाकू मेघालय में पारंपरिक रूप से उपयोग किए जाने वाले चाकू जैसा नहीं था। इससे हत्या में बाहरी लोगों के शामिल होने का शक और पुख्ता हुआ। हत्या में इस्तेमाल चाकू गुवाहाटी से खरीदा गया था।

 

Raja Raghuvanshi case DGP reveals how investigators cracked murder Sonam left behind mangalsutra in homestay
राजा और सोनम। सोनम के घर के बाहर जुटी भीड़

 

20 अधिकारियों ने अलग-अलग एंगल खंगाले और एक साथ जोड़ा

शिलांग पुलिस और इंदौर अपराध शाखा के बीच सतर्कतापूर्ण समन्वय के बाद राजा की पत्नी सोनम सहित पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 20 अधिकारियों ने अलग-अलग एंगल से काम किया और सबूतों को एक साथ जोड़ा। तीन से चार दिनों के अंदर ही उन्हें सोनम की अपराध में सीधी संलिप्तता का पता चल गया।

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