उत्तराखण्ड के गांधी का ये कैसा सम्मान
देहरादून। बड़ी मशक्कतों और कई कुर्बानियों के बाद हमें उत्तराखण्ड राज्य प्राप्त हुआ है। उत्तराखण्ड आन्दोलन की नींव रखने वाले एवं राज्य निर्माण आन्दोलन के प्रणेता स्वर्गीय इन्द्रमणी बड़ोनी का राज्य निर्माण में अहम योगदान रहा है। जिसे हम उत्तराखण्डी कभी भुला नहीं सकते। आज भी इन्द्रमणी बड़ोनी को उत्तराखण्ड के गांधी के रूप में जाना जाता है।
राज्य आन्दोलनकारी उन्हें अपना आदर्श मानते हैं और उनको पूजते हैं। स्व0 बड़ोनी का सम्मान करते हुए उनकी प्रतिमाएं प्रदेश के कई हिस्सों में लगायी गई है। इसी क्रम में राजधानी देहरादून के घंटाघर के निकट भी स्व0 बड़ोनी की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। उनके जन्मदिवस के अवसर पर अक्सर विभिन्न राजनैतिक दलों के द्वारा उनकी प्रतिमा को साफ-सुथरा करके माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित किये जाते हैं।
किन्तु कुछ समय बाद ही इस प्रतिमा को धूल और गंदगी के हवाले करके छोड़ दिय जाता है। पंछी आदि इस प्रतिमा पर बैठकर व इसपर बीट आदि इसे करके गंदा करते हैं। इस बीच कोई भी जनप्रतिनिधि, समाजसेवी या आन्दोलनकारी इस प्रतिमा की सुध लेने की जहमत नहीं उठाता।
किन्तु इस बार तो हद ही हो गई गुरूवार को दिनदहाड़े कुछ शरारती तत्वों के द्वारा नासिर्फ स्व0 बड़ोनी जी की विख्यात प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ ही की गई बल्कि उनकी प्रतिमा के ऊपर जबरन जैकेट डालकर सुखायी गई। इन असमाजिक तत्वों की इस हरकत को विनर टाइम्स ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और अपना कर्तव्य समझकर पाठकों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा है।
अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि इस हरकत पर जनप्रतिनिधि, बुद्धीजीवी वर्ग एवं स्थानीय प्रशासन क्या कहेगा और उसका अगला कदम क्या होगा। राज्य की महान विभूति की प्रतिमा के साथ दिनदहाड़े छेड़छाड़ की जाती है और कोई इन आवारा युवकों को रोकने का प्रयास तक नहीं करता जबकि ये सब कुछ खुलेआम किया जा रहा था।
रिपोर्ट : आकाश कुमार