फिल्म देखकर हटाएंगे एफआईआर : राजस्थान हाईकोर्ट
जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने विवादित फिल्म पद्मावत के निर्देशक संजय लीला भंसाली के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर को हटाने से मना कर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि वह पहले ‘पद्मावत’ देखेंगे और उसके बाद ही भंसाली पर दर्ज एफआईआर को हटाने पर फैसला लेंगे। शुक्रवार को कोर्ट ने भंसाली द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए यह बात कही।
इसके अलावा कोर्ट ने कहा कि राजस्थान में पद्मावत रिलीज होगी या नहीं इस पर भी फिल्म देखने के बाद ही फैसला लिया जाएगा। इस मामले में कोर्ट 23 जनवरी को अगली सुनवाई करेगा। भंसाली के खिलाफ पिछले साल मार्च में राजस्थान के मेड़ता के डीडवाना में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
राजस्थान के साथ-साथ गुजरात में फिल्म की स्क्रीनिंग पर बैन लगा दिया गया है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का कहना है कि भले ही फिल्म को सेंसर बोर्ड पास कर दे लेकिन राज्य में इसे रिलीज नहीं किया जाएगा। राजस्थान के बाद गुजरात दूसरा ऐसा राज्य है जिसने फिल्म के रिलीज पर रोक लगाई है। वहीं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों ने पिछले साल नवंबर में फिल्म पर बैन लगाने की ओर इशारा किया था, लेकिन इस पर अंतिम निर्देश उन राज्यों की तरफ से अभी तक नहीं दिया गया है।
बता दें कि संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी इस फिल्म को पहले पद्मावती नाम दिया गया था, लेकिन करणी सेना और अन्य संगठनों के विरोध के बाद सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में कुछ जरूरी बदलाव करने के निर्देश दिए, जिसके बाद इसका नाम बदलकर पद्मावत रखा गया। फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद सेंसर बोर्ड ने इसमें पांच जरूरी बदलाव करने के निर्देश दिए थे। निर्माताओं ने बोर्ड के निर्देशानुसार बदलाव करते हुए फिल्म का अंतम स्वरूप सेंसर बोर्ड को सौंप दिया है, हालांकि इसे अभी तक बोर्ड की ओर से अंतिम सर्टिफिकेट नहीं मिला है।
पद्मावत 25 जनवरी को रिलीज होगी। इसके अलावा फिल्म के घूमर गाने में भी बदलाव किया जा रहा है। गाने के जिन हिस्सों में महारानी पद्मावती का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की कमर दिख रही है उसे छिपाने का भी निर्देश दिया गया था, जिसे कम्प्यूटर ग्राफिक्स के जरिए छिपाया गया है।