गलत निकली निजी लेब की रिपोर्ट, नेगेटिव पायी गई कोरोना संदिग्ध युवती
पावटा साहिब, (कमल सिंह कठैत)। पिछले कुछ घटों से जिस घटनाक्रम को लेकर पूरे पावटा साहिब में हड़कंप मचा हुआ था आखिरकार उस पर विराम लग ही गया। कोरोना संदिग्ध युवती की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। वहीं कमरे में उसके साथ रह रही युवती की रिपोर्ट भी नेगिटिव आयी है। जांच में निजी लेब की रिपोर्ट गलत साबित हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में पावंटा साहिब से लाई गई दोनों युवतियां की रिपोर्ट साफ़ हो गई है। निजी लेब की रिपोर्ट गलत पाई गई है। जिसकी निजी लैब से शुक्रवार शाम रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दोनों ही युवतियां पावंटा साहिब में एक ही कमरे में रह रही थी। रिपोर्ट मिलने के बाद पावंटा साहिब को अलर्ट कर दिया गया था।
साथ ही यह आशंका यह भी जाहिर की जा रही है कि एक युवती की शहर में विजिट हिस्ट्री हो सकती है। हालांकि एक जानकारी यह भी है कि खांसी व जुखाम से पीड़ित रहने वाली 22 वर्षीय युवती एक लंबे अरसे से कमरे से बाहर नहीं निकली थी, पिछले कुछ दिनों से फैक्ट्री भी नहीं गई थी।
22 साल की युवती के कोरोना संक्रमण पर सीआरआई कसौली से मुहर नहीं लगी है। करीब 14 घंटे से इस पेचिदा मामले को लेकर प्रशासन की सांसें अटकी हुई थी। समूचे प्रदेश में यह अपनी तरह का यह पहला ही मामला होगा। दरअसल, इसकी वजह यह है कि युवती की जांच रिपोर्ट निजी लैब से आई । सवाल इस बात पर उठ रहा था कि जब युवती की 22 फरवरी के बाद कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है तो उस तक वायरस पहुंचा कैसे।
निजी लैब की रिपोर्ट के बाद पुलिस व प्रशासन ने सुबह से ही तैयारी शुरू कर दी थी। जब एक युवती प्रदेश के भीतर रह रही है, जिसके सैंपल सैंकड़ों किलोमीटर दूर गुरुग्राम भेजे जाते हैं। चूंकि युवती नामी फार्मा कंपनी मैनकाइंड की सहयोगी इकाई कॉपमेड में कार्य करती थी। अहम बात यह है कि युवती की ट्रेवल हिस्ट्री भी 22 फरवरी के बाद कहीं से नहीं जुड़ती।
बताया यह भी जा रहा है कि खांसी, जुकाम, गले की खराश आदि लक्षणों के बाद युवती ने खुद को एक कमरे में ही समेट रखा था। अलबत्ता, उसके साथ एक रूममेट जरूर थी। चूंकि निजी लैब की रिपोर्ट का खुलासा शुक्रवार शाम को ही हो गया था। लिहाजा, शनिवार सुबह से ही प्रशासन ने आगे की कार्रवाई को लेकर एडवांस में ही खाका तैयार कर लिया