पीएम की तानाशाही से सबकी नींद हराम हुई
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने नोटबंदी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तुगलकी फरमान करार दिया है। रालोद का कहना है कि मोदी ने खुद को कई वर्षो तक सुखियों में बनाए रखने की चाल चली है। केंद्र के मुखिया की तानाशाही ने देश के अमीर गरीब, किसान मजदूर, छात्र, युवा एवं व्यापारी, सभी की नींद हराम कर दी है। रालोद के अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा, “देश की जनता ने ऐसे दिनों की उम्मीद देश के 56 इंच की छाती वाले प्रधानमंत्री से नहीं की थी। देश के कोने कोने में लाखों लोग भुखमरी की चपेट में हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 165 लोगों की मौत चिकित्सा सुविधा न मिल पाने के कारण हो गई। इन मौतों के लिए देश के प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, “लोग सारा काम छोड़कर बैंकों की लाइनों में घंटों तक खड़े रहते हैं। कुछ घंटे बाद पता चलता है कि बदलने वाले नोट खत्म हो गए हैं। यह सब देश की बागडोर संभालने वाले की घोर संवेदनहीनता की परिचायक है।” रालोद अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा, “भारत कृषि प्रधान देश है। अब भी लगभग 65 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है। वहां एटीएम की व्यवस्थाएं नहीं है। किसान फसल के लिए बीज नहीं खरीद पा रहे हैं, जिससे उनकी खेती चौपट हो रही है।” मसूद अहमद ने गरीबों, मजदूरों एवं किसानों के हितैषी रहे चौधरी चरण सिंह, सरदार पटेल, डॉ. राम मनोहर लोहिया जैसे नेताओं की आत्माएं रो रही होंगी।”