जनसेवी डॉ. अभिवनव कपूर ने की मांग- फीस जमा ना कर पाने पर बच्चों को परीक्षा देने से ना रोकें स्कूल
ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अभिनव कपूर ने सभी स्कूलों से गरीब परिवारों के बच्चों के प्रति रियायत बरतने की मांग की है।
देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक एवं ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अभिनव कपूर ने स्कूल फीस जमा ना कर पाने के कारण बरेली में छात्रा द्वारा की गई आत्महत्या की घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है।
जनसेवी डॉ. अभिवनव कपूर ने कहा कि बालिका शिक्षा और मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा के स्लोगन पर बरेली के ऑटो ड्राइवर अशोक की बेटी साक्षी गंगवाल के साथ हुई घटना बड़ा सवाल खड़ा रही है। गरीब परिवार की बेटी को फीस न देने की खातिर दो बार स्कूल से निकाल दिया गया। पिता के मुताबिक बेटी परीक्षा में न बैठ पाने की वजह से मन ही मन घुट रही थी, इसी घुटन में उसने जान दे दी।
डॉ. अभिवनव कपूर ने इस घटना पर अफसोस जताते हुए एवं सभी स्कूलों से अपील करते हुए कहा कि स्कूल फीस जमा ना कर पाने के कारण किसी भी बच्चे को परीक्षा देने से ना रोका जाए। ऐसा करने से जहां बच्चे के मानसिक विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है तो वहीं वे अवसादग्रस्त होकर गलत कदम उठाने पर भी विवश होते हैं। बरेली की घटना इसी का ताजा प्रमाण है। फीस न भरपाने के कारण स्कूली छात्र अपने सहपाठियों के बीच स्वयं को अपमानित महसूस करते हैं और बालपन में खुद को ही नुकसान पंहुचा देते हैं।
ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. अभिनव कपूर ने सभी स्कूलों से गरीब परिवारों के बच्चों के प्रति रियायत बरतने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई स्टूडेंट इस प्रकार की समस्या से जुझ रहा है तो वो छात्र एवं उसके अभिभावक अवश्य उनसे सम्पर्क करें। उनकी सोसाइटी ऐसे विद्यार्थियों की हर संभव मदद करने का प्रयास करेगी।
डॉ. कपूर ने कहा कि उनकी संस्था ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी बीते काफी समय से गरीब व असहाय बच्चों को निःशुल्क शिक्षा मुहैया करवाने की दिशा में कार्य कर रही है, जिससे सैकड़ों बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था का ये प्रयास भविष्य में भी जारी रहेगा।