प्रधानमंत्री मोदी बोले- ये नए भारत का आह्वान है
राजस्थान के पोखरण में पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने यहां अपनी तीनों सेनाओं के जो पराक्रम देखा। वह अद्भूत है। आसमान में ये गरजना, जमीन पर ये जाबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता ये विजय घोष, ये नए भारत का आह्वान है।
पोखरण। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी मंगलवार को राजस्थान दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी यहां पोखरण में हैं, जहां वह भारतीय सेना के तीनों कमान ट्राई-सर्विसेज लाइव फायर एंड पैंतरेबाजी अभ्यास के रूप में स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के तालमेल से प्रदर्शित ‘भारत शक्ति’ को देखा। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले वर्षों में जब हम दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनेंगे, तो भारत का सैन्य सामर्थ्य भी नई बुलंदी पर होगा और भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में राजस्थान की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। विकसित राजस्थान, विकसित सेना को भी उतनी ही ताकत देगा।
“यूपी और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज देश में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरीडोर बन रहे हैं। इनमें अब तक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश हुआ है। आज हेलीकॉप्टर बनाने वाली एशिया की सबसे बड़ी फैक्टरी भारत में काम करना शुरू कर चुकी है।” उन्होंने कहा,” बीते 10 वर्षों में हमने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक के बाद एक बड़े कदम उठाए हैं। हमने नीति-विषयक सुधार किए, रिफॉर्म्स किए, हमने प्राइवेट सेक्टर को इससे जोड़ा, हमने MSME स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया।”
“दुनिया में बहुत कम देशों के पास यह उन्नत तकनीक है”
उन्होंने कहा, ” हमारी तोपों, टैंकों, लड़ाकू जहाजों, हेलीकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम की जो गर्जना आप देख रहे हैं, यही तो भारत शक्ति है। हथियार और गोला-बारूद, संचार उपकरण, साइबर और स्पेस तक हम मेड इन इंडिया की उड़ान अनुभव कर रहे हैं। यही तो भारत शक्ति है।” पीएम ने कहा, “कल ही भारत ने एमआईआरवी तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया। दुनिया में बहुत कम देशों के पास यह उन्नत तकनीक है। यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
“विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव नहीं”
पीएम ने कहा, “विकसित भारत की कल्पना, आत्मनिर्भर भारत के बिना संभव नहीं है। भारत को विकसित होना है, तो हमें दूसरों पर अपनी निर्भरता को कम करना ही होगा। इसलिए आज भारत, खाने के तेल से लेकर आधुनिक विमान तक, हर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता पर बल दे रहा है।” उन्होंने कहा, “आज हमारा पोखरण एक बार फिर भारत की आत्मनिर्भरता, भारत के आत्मविश्वास और भारत के आत्मगौरव की त्रिवेणी का साक्षी बना है। यही पोखरण है, जो भारत की परमाणु शक्ति का साक्षी रहा है और यहीं पर हम आज स्वदेशीकरण से सशक्तिकरण का दम भी देख रहे हैं।” पीएम ने कहा कि आज हमने यहां अपनी तीनों सेनाओं के जो पराक्रम देखा। वह अद्भूत है। आसमान में ये गरजना, जमीन पर ये जाबाजी, चारों दिशाओं में गूंजता ये विजय घोष, ये नए भारत का आह्वान है।