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लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी के विद्यार्थियों ने किया हेस्को गांव का भ्रमण

लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी के प्रधानाचार्य जॉन डेविड नंदा ने स्कूल की ओर से पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी का हृदय से आभार प्रकट किया। साथ ही स्कूल के विद्यार्थियों को हेस्को गांव में भ्रमण का अवसर प्रदान करने के लिए उन्होंने डॉ. जोशी को धन्यवाद कहा।

देहरादून। शुक्रवार को लक्ष्य यूनिवर्सल विद्यालय के अध्यापक नवीन, हिमांशु, सोनी, अनन्या एवं ज्योत्सना कोहली के साथ कक्षा 12वीं के छात्रों ने शुक्लापुर स्थित हेस्को गांव का भ्रमण किया एवं प्रकृति के संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारियां प्राप्त की।

हेस्को (Himalayan Environmental Studies And Conservation Organisation) के संस्थापक डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने बताया कि वह यहां जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण पर वर्ष 2006 से निरंतर कार्य कर रहे हैं। डॉक्टर जोशी पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित हैं उन्हें देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अन्य कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। भ्रमण के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद ज्वाइंट सेक्रेट्री डिपार्मेंट आफ वॉटर रिसोर्सेस गवर्नमेंट ऑफ इंडिया सुबोध यादव ने भी डॉ. जोशी के पर्यावरण एवं नदी संरक्षण के कार्य की सराहना की।

डॉ. जोशी ने कई मृत वृक्षों को अपने प्रयास से जीवित किया, इतना ही नहीं उन्होंने नदी संरक्षण पर भी अनेक कार्य किये हैं, उन्होंने असंभव को भी संभव कर दिखाया। उनका कहना है कि कई ऐसी नदियां जो बिल्कुल सूख गई थी उन्होने अपने प्रयासों से उन्हें पुनः जीवित किया। वह केवल देहरादून के लिए ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के जौनसार, हिमाचल एवं अन्य पिछड़े इलाकों के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने जीवन के चार (च) जो कि जीवन का सत्य है, को इस तरह व्यक्त किया जैसे पहले (च) चिंता, दूसरा (च) चिंतन, तीसरा (च) चैतन्य और चौथा (च) चिता इत्यादि।

उन्होंने बताया कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो वह उसकी राख को नदी में प्रभावित नही करते बल्कि उस मृत व्यक्ति की याद में एक पेड़ लगा दिया जाता है और उस चिता की राख को उसे पेड़ में डाल दिया जाता है जिससे पर्यावरण भी दूषित नहीं होता। डॉ. अनिल जोशी ने कहा कि यदि हमें पर्यावरण को बचाना है और पानी की कमी को दूर करना है तो इसके लिए लोगों को जागरूक करना होगा तभी हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इतना ही नहीं हेस्को गांव में लोगों को उनकी जीविका के लिए भी तैयार किया जाता है। यहां प्रकृति की सुंदरता के दृश्य आश्चर्यजनक, अद्भुत अविश्वसनीय एवं अवस्मरणीय हैं। यहां और भी बहुत कुछ विशेष देखने को मिला। उन्होंने G.E.P अर्थात् Gross environment product विषय पर भी चर्चा की।

जहां मनुष्य प्रकृति को इतना नुकसान पहुंचा रहा है, वही कुछ लोग ही हैं जो अपने प्रयासों से पर्यावारण को नष्ट होने से बचाने का कार्य कर रहे हैं, डॉ. अनिल प्रकाश जोशी उनमें से ही एक हैं। हेस्को गांव भ्रमण के दौरान लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी के विद्यार्थियों ने कईं महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की, वहीं सभी छात्र एवं छात्राएं प्रसन्न नजर आये। उन्हें शहरी जीवन से अलग कईं ज्ञानवर्धक चीज़े देखने को मिली।

लक्ष्य यूनिवर्सल एकेडमी के प्रधानाचार्य जॉन डेविड नंदा ने स्कूल की ओर से पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी का हृदय से आभार प्रकट किया। साथ ही स्कूल के विद्यार्थियों को हेस्को गांव में भ्रमण का अवसर प्रदान करने के लिए उन्होंने डॉ. जोशी को धन्यवाद कहा। प्रकृति को इतना करीब से देखने का मौका देने के लिए उन्होंने विद्यालय के निदेशक आशुतोष गुप्ता जी को भी धन्यवाद कहा।

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