उत्तराखंड में बढ़ रही बिजली की मांग, यूपीसीएल ने कही ये बात
चार करोड़ यूनिट तक बिजली की मांग पहुंच गई है। यूपीसीएल का दावा फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
देहरादून। उत्तराखंड में गर्मी के साथ ही बिजली की मांग भी बढ़नी शुरू हो गई है। ऊर्जा निगम का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है। अभी कहीं भी बिजली किल्लत या इसकी वजह से कटौती नहीं की जा रही है। एक अप्रैल से केंद्र से मिला हुआ बिजली का पूर्व का कोटा समाप्त हो गया।
नए कोटे के तहत 150 मेगावाट और 144 मेगावाट बिजली अलग से मिलनी शुरू होने जा रही है। वहीं, यूपीसीएल ने वायु ऊर्जा और सौर ऊर्जा के दो पीपीए भी कर लिए हैं, जिससे दिन में बिजली किल्लत नहीं होगी। यूपीसीएल के अफसरों का कहना है कि अभी चार करोड़ यूनिट प्रतिदिन के सापेक्ष लगभग पूरी बिजली उपलब्ध हो रही है। लिहाजा, कहीं भी बिजली कटौती नहीं की जा रही है।
उधर, प्रदेश में एक अप्रैल से नई विद्युत दरें लागू होनी थी, जिसकी तैयारी भी नियामक आयोग ने पूरी कर ली हैं, लेकिन चुनाव आचार संहिता के चलते इस बार दरों की घोषणा नहीं हुई है। अब नियामक आयोग 19 अप्रैल को चुनाव होने के बाद इस बाबत एक पत्र चुनाव आयोग को भेजेगा। चुनाव आयोग की अनुमति के आधार पर बिजली दरें घोषित की जाएंगी।