चौरी-चौरा घटना की 103 वीं वर्षगांठ पर डॉ. अभिनव कपूर ने किया नमन
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाने वाली ऐतिहासिक 'चौरी चौरा घटना' की वर्षगांठ पर सभी क्रांतिवीरों को भावपूर्ण नमन।
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देहरादून। प्रसिद्ध जनसेवी, विख्यात शिक्षक, ज्ञान कलश सोशल वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष एवं शिक्षा रत्न की उपाधि से सम्मानित डॉ. अभिनव कपूर ने ‘चौरी चौरा घटना’ की वर्षगांठ पर अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सादर नमन किया।
इस अवसर पर जारी अपने संदेश में शिक्षा रत्न डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- चौरी-चौरा घटना की 103 वीं वर्षगांठ पर मां भारती की स्वतंत्रता के पुण्य लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीदों को कोटिशः नमन।
समाजसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने चौरी चौरा कांड का जिक्र करते हुए कहा कि चौरी चौरा कांड 4 फ़रवरी, 1922 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर ज़िले के चौरी चौरा में हुआ था। यह घटना असहयोग आंदोलन के दौरान हुई थी। इस घटना में क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश सरकार की एक पुलिस चौकी में आग लगा दी थी। इस घटना के बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया था।
जनसेवी डॉ. अभिनव कपूर ने कहा- अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिलाने वाली ऐतिहासिक ‘चौरी चौरा घटना’ की वर्षगांठ पर सभी क्रांतिवीरों को भावपूर्ण नमन एवं विनम्र श्रद्धांजलि। महान स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान हमारे लिए सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।