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दून पुलिस के हत्थे चढ़े राठी गैंग के सदस्य
देहरादून। शातिर अपराधियों की धरपकड़ में देहरादून पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। जनपद पुलिस ने सुनील राठी गैंग के सक्रिय सदस्य नरेन्द्र राठी और उसके चार साथियों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है।
शनिवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए एस. एस. पी. निवेदिता कुकरेती ने बताया कि विगत 6 जुलाई को सुनीता पत्नी स्व. बृजपाल निवासी सुभाषनगर देहरादून द्वारा थाना क्लेमन्टाउन में एक तहरीर दी गयी। सुनीता के घर पर स्कारपियो गाडी में कुछ बदमाश आये व जबरन जमीन खाली करने के लिए धमकाने लगे एवं जान से मारने की नीयत से फायर किये। तहरीर के आधार पर थाना क्लेमन्टाउन मुकदमा पंजीकृत किया गया था।
इसी दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि डीके मित्तल की सुभाषनगर में जो प्रोपर्टी है उसमें सुनीता को प्रोपर्टी खाली करने के लिए सुनील राठी गैग को हायर किया हुआ है। सुनीता का परिचित सचिन शर्मा है इसी दौरान सचिन शर्मा को भी कुछ मोबाइल नम्बरो से धमकी आ रही थी, कि यह प्रोपर्टी सुनील राठी ने ली है इसे छोड दे नहीं तो जान से हाथ धोना पडेगा। जिस बाबत थाना क्लेमन्टाउन
में मुकदमा दर्ज किया गया।
इसी दौरान थाना प्रेमनगर से भी सूचना प्राप्त हुई कि सुनील राठी जेल से अपने परिवार के सदस्यों के साथ देहरादून में विवादित प्रोपर्टी पर हाथ डालकर अपने भय से मोटा मुनाफा कमा रहा है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती द्वारा क्षेत्राधिकारी नेहरू कलोनी के नेतृत्व में तत्काल थाना प्रभारी क्लेमन्टाउन एवं एसओजी के साथ संयुक्त रूप से एक टीम तैयार की गयी है। टीम को सूचना प्राप्त हुई कि सुनील राठी गैग का सक्रिय सदस्य नरेन्द्र राठी
शनिवार को सहारनपुर से देहरादून की तरफ आ रहा है। टीम द्वारा संयुक्त रूप से चैकिंग कर आशारोडी से नरेन्द्र राठी को मय वैगनार कार के साथ 315 बोर का तमन्चा और एक जिन्दा कारतूस, एक मोबाईल फोन के गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त नरेन्द्र राठी से पूछताछ के आधार पर उक्त घटना में सम्मिलित अन्य अभियुक्तों नरेन्द्र, नवदीप, विपिन, आकाश चौधरी को भी गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्तों से यह तत्थ प्रकाश में आये कि डीके मित्तल निवासी क्लेमन्टाउन की सुभाषनगर में करोडो की जमीन है। जिस पर सुनीता नाम की महिला वर्षों से काबिज है। मित्तल ने सुनीता को इस जमीन से हटाने के लिए नवदीप राठी से सम्पर्क किया जिसने अपने साथी नरेन्द्र, विपिन, आकाश चौधरी और नरेन्द्र को इस काम में शामिल किया। इनकी मुलाकात डीके मित्तल से करायी जिन्होंने यह तय किया कि जमीन को हम खरीदेगे, जिसमे सुनील राठी का हिस्सा भी होगा।
इस सम्बन्ध में नवदीप व नरेन्द्र राठी ने सुनील राठी से जेल मे सम्पर्क किया एवं देवी मित्तल से सौदा तय किया और 6 जुलाई को सुनीता को जमीन से हटाने के लिए गये डराया धमकाया एवं फायर किया। सुनीता ने अभियुक्तों को पहचान लिया है। अभियुक्त नरेन्द्र राठी ने सचिन शर्मा को फोन पर जमीन से ना हटने के एवज मे जान से मारने की धमकी दी थी।