बिहार में संदिग्ध इंसेफेलाइटिस से अब तक 14 बच्चों की मौत
मुजफ्फरपुर। बिहार में संदिग्ध एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कारण मरने वाले बच्चों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। मुजफ्फरपुर जिले में इस बीमारी से अब तक कुल 14 बच्चों की मौत हो चुकी है। मुजफ्फपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज भर्ती कई मरीजों की हालत अब भी गंभीर है और पीड़ित सभी रोगियों को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। इससे पहले इस अस्पताल में कुल 38 मरीजों को भर्ती कराया गया था।
शनिवार को एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के अधीक्षक डॉ. सुनील शाही ने कहा कि अस्पताल में अब तक एक्यूट इंसेफेलाइटिस के कई मामले में सामने आए हैं और कुल 38 मरीजों को यहां भर्ती किया गया था। इन मरीजों में से 14 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा कई अन्य मरीज अब भी तेज बुखार से पीड़ित हैं।
बता दें कि गुरुवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) में संदिग्ध एईएस से पीड़ित आठ बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया गया था। इलाज के दौरान ही उनमें से तीन की मौत हो गई। इसमें सरैया चकना गांव के ही तीन बच्चे शामिल थे। एसकेएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जी. एस. सहनी ने बताया कि अब तक बीमार बच्चों का उपचार बीमारी के लक्ष्ण को देखते हुए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एइएस से ग्रसित बच्चों को पहले तेज बुखार और शरीर में ऐंठन होता है और फिर ये बेहोश हो जाते हैं। इधर, एसकेएमसीएच में चिकित्सकों एवं कर्मियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि उमस भरी गर्मी के कारण ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है।