देश की राजधानी में मासूम संग निर्भया जैसी दरिंदगी

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में 6 साल की बच्ची से हुई निर्भया जैसी दरिंदगी ने फिर एक बार राजधानी को हिलाकर रख दिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन बच्ची की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। बच्ची का जिक्र करते हुए उसके पिता ने कहा कि मासूम बिटिया सिर्फ पापा बोल पा रही है और कुछ नहीं। शनिवार को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल भी उस बच्ची के घरवालों से मिले। उन्होंने 10 लाख की आर्थिक सहायता राशि के साथ न्याय दिलाने का वादा किया।
बता दें कि दिल्ली के द्वारका इलाके में 6 साल की बच्ची से रेप हुआ। लड़की उससे पहले पास के एक मंदिर में खेल रही थी। आरोपी वहीं से उस बच्ची को फ्रूटी दिलाने के बहाने लेकर गया दरिंदगी करके झाड़ियों में फेंककर भाग गया। लड़की किसी तरह सरकती-सरकती सड़क तक आई। वहां से गुजर रहे शख्स ने उसे देखकर पुलिस को बुलाया था।
अभी लड़की सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है। वहां 6 वर्षीय रेप पीड़ित बच्ची के पिता कहते हैं, ‘दिल्ली का बड़ा नाम सुना था। दो वक्त की रोटी के लिए कमाने आए थे। क्या बताएं कि क्या हुआ।’ आंखों में हताशा, निराशा लिए उन्होंने कहा- ‘बिटिया आज ही थोड़ा-थोड़ा बोली है पापा-पापा। और कुछ नहीं बोल पा रही है।’ उन्होंने बताया कि घटना वाले दिन बिटिया मंदिर में खेल रही थी। बच्ची की मां काम पर गई थी। थोड़े दिन पहले ही बच्ची की मां को एक घर में साफ-सफाई का काम मिला था। 700 रुपये महीना तय हुआ था। पिता बेलदारी करते हैं।
पीड़ित के पिता ने बताया, ‘मेरे चार बच्चे हैं। बिटिया दूसरे नंबर की है। इकलौती लड़की है। कमरे का किराया और बच्चों को पालने के लिए पैसों की जरूरत है। इसलिए दोनों काम करते हैं। दो साल पहले काफी उम्मीदें लेकर दिल्ली आए थे। लेकिन यहां गरीब के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। थोड़े दिन ठीक से चलता रहा, मगर अब बिटिया के साथ गलत काम हो गया।’
बच्ची की मां ने बताया- वह बच्ची को बहला कर मंदिर से ले गया था। उसने टॉफी का लालच दिया। सिसकते हुए उन्होंने बताया- उसने (आरोपी व्यक्ति) बच्ची के साथ खेल रहे बच्चों को धमका कर वहां से भगा दिया था। पीड़ित बच्ची के पिता ने बताया कि बच्ची की हालत अभी ठीक नहीं है। वह कल तक कुछ बोल नहीं पा रही थी। जज भी आई थीं। बच्ची कुछ बोल नहीं पा रही थी। यह देख कर जज ने कहा कि वह बाद में बयान लेने आएंगी।
घटना पर दुख जताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लड़की के घरवालों को 10 लाख रुपये मुआवजा राशि देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही कानूनी मदद के लिए एक वकील की सहायता देने की भी बात कही। बच्ची से दरिंदगी के बाद द्वारका सेक्टर-23 के आसपास के लोगों में गुस्सा है। दोपहर को लोगों ने घटनास्थल पर प्रदर्शन किया। द्वारका-गुड़गांव अंडरपास को जाम करने की कोशिश भी की।
घटना से दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जय हिंद बेहद दुखी और खफा हैं। उनका कहना है कि रेप करने वालों के खिलाफ आंदोलन के बाद दोषियों के लिए फांसी का कानून बना है। मगर, यह कानून लागू नहीं हो पा रहा है। स्वाति का कहना है कि क्या दोबारा आंदोलन छेड़ना पड़ेगा, ताकि दोषियों को फांसी की सजा मिल सके। सफदरजंग अस्पताल में भर्ती पीड़ित बच्ची को देखने स्वाति जय हिंद शुक्रवार सुबह पहुंचीं। बच्ची से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि उस ‘निर्भया’ के शरीर के हर हिस्से में खरोंच और चोट के निशान हैं। जगह-जगह शरीर नोंचने के निशान रेप करने वाले के वहशीपन को उजागर करते हैं। बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है।
स्वाति जय हिंद ने कहा कि बेशक रेप का आरोपी गिरफ्तार हो गया है, लेकिन क्या यह काफी है। महिला आयोग की अध्यक्ष ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने सवाल उठाया कि कब ऐसा सिस्टम बनेगा जिसमें 6 महीने में बच्चों के रेपिस्ट को फांसी हो? महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि पिछले साल 8 साल की एक बच्ची से रेप हुआ था और वह कानून को और सख्त बनाने के लिए 10 दिनों तक अनशन पर बैठी थीं। प्रधानमंत्री से मिलकर फांसी का कानून पास करवाया, जिससे बच्चियों से रेप करने वालों को 6 महीने के अंदर फांसी की सजा मिलेगी। यह बेहद शर्म की बात है कि दिल्ली में आज तक एक भी ऐसा केस नहीं या है जिसमें दोषी को फांसी हुई हो।