डॉक्टरों के सामने आयी हैरान करने वाली बीमारी!
नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों के पास कुछ दिनों पहले एक अजीबोगरीब मामला सामने आया। डॉक्टर सुरेश सी. शर्मा ने ‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में इस मामले का उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा कि जब 4 साल के एक बच्चे के माता-पिता अपने बच्चे को लेकर otorhinolaryngology outpatient clinic पहुंचे तो डॉक्टर यह देख कर हैरान रह गए कि बच्चा जब भी खांसता था तो उसके साथ सीटी बजने की आवाज भी आती थी। शुरुआत में डॉक्टरों को ऐसा लगा कि खांसी में सीटी बजने जैसी आवाज का आना शायद इन्फेक्शन की वजह से है। लेकिन जल्दी ही यह पता चला कि बच्चे का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है और उसे कोई इन्फेक्शन नहीं है।
डॉक्टर शर्मा के मुताबिक इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे की छाती का एक्स-रे किया। एक्स-रे के दौरान यह पता चला कि बच्चे के बाएं फेफड़े में सांस लेने के दौरान मध्य और निचले भाग में कुछ परेशानी हो रही है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह थी कि छाती के एक्स-रे में कहीं कोई चीज़ नज़र नहीं आई। बच्चे के माता-पिता ने डॉक्टरों की टीम को बतलाया कि बच्चा खांसी शुरू होने से पहले सीटी से खेल रहा था। यह पता चलने के बाद डॉ. शर्मा और उनकी टीम ने बच्चे का रेडियोग्राफी किया और इससे यह पता चला कि यहां कोई बाहरी वस्तु है, जो सांस लेने में बांधा पहुंचा रही है।
इसके बाद बच्चे की ब्रोंकोस्कोपी से जो नतीजे आए उसे देखकर डॉक्टर दंग रह गए। दरअसल बच्चे के श्वास नली के अंदर एक छोटी सीटी फंसी हुई थी। सीटी फंसी होने की वजह से ही हवा अंदर तो जा रही थी लेकिन बाहर निकलने के दौरान यह सीटी उसे रोक रही थी और सीटी की आवाज आ रही थी। बाद में डॉक्टरों ने इलाज कर बच्चे के श्वसन मार्ग से सीटी को निकाल दिया। हालांकि इससे पहले भी श्वसन मार्ग में कुछ फंस जाने के मामले डॉक्टरों के पास आते रहे हैं। लेकिन खांसी के साथ सीटी की आवाज पहले कभी नहीं सुनी गई। यही वजह है कि ‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में इस मामले को जगह दी गई है।