जनसेवी भावना पांडे ने कहा- अंकिता भंडारी के परिवारजनों की आजीवन करूंगी मदद
देहरादून। देवभूमि की बेटी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी, प्रसिद्ध जनसेवी एवँ जनता कैबिनेट पार्टी (जेसीपी) की केंद्रीय अध्यक्ष भावना पांडे ने अंकिता भंडारी की मृत्यु पर दुःख प्रकट करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने अंकिता के शोकाकुल परिवारजनों की आजीवन आर्थिक मदद करने की बात भी कही।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने कहा कि वे देवभूमि की बेटी दिवंगत अंकिता भंडारी का कोर्ट केस लड़ेंगी और इसके साथ ही शोकाकुल परिवारजनों की आर्थिक मदद भी करेंगी। उन्होंने कहा कि जब तक वे जीवित हैं तब तक उनको सहयोग करती रहेंगी।
#अंकिता_भंडारी के परिवारजनों की आजीवन मदद करुंगी। यही नहीं #जरूरतमन्द लोगों की #मदद के लिए जल्द ही दीदी केयर फंड की शुरुआत करने जा रही हूँ, जिसके द्वारा तत्काल लोगों को राहत मुहैया करवाई जाएगी।#ankita_bhandari #ankitacase #JusticeForAnkitaBhandari pic.twitter.com/caBUZHFuvC
— Bhawana Pandey (@officeBhawana) September 27, 2022
उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे ने इस हत्याकांड में शामिल सभी गुनहगारों को फांसी की सज़ा दिये जाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के परिवारजनों की आजीवन सहायता करने के साथ ही वे जरूरतमन्द लोगों की मदद के लिए जल्द ही दीदी केयर फंड की शुरुआत करने जा रही हैं, जिसके द्वारा तत्काल असहाय लोगों को राहत मुहैया करवाई जाएगी।
जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने कहा कि वे पारिवारिक परिस्थितियों के चलते अंकिता के परिजनों से मुलाक़ात करने नहीं जा सकीं। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही उन्हें सांत्वना देने जाएंगी। उन्होंने कहा कि अंकिता की तनख्वाह जितनी धनराशि प्रत्येक माह वे शोकाकुल परिजनों को मुहैया करवाएंगी, उनकी ओर से ये अंकिता को श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि इस दुःख की घड़ी में अंकिता के परिजनों को सहारा देने के लिए वे जब तक जीवित हैं आर्थिक मदद क़रतीं रहेंगी।
जनसेवी भावना पांडे ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि अंकिता को न्याय दिलवाने के के लिए वे फास्ट्रेक कोर्ट में मुकदमा लड़ेंगी और हत्याकांड में शामिल सभी गुनहगारों को फांसी की सज़ा दिलवाने के पूरे प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनको सहयोग देने के लिए मशहूर वकील योगिता जल्द ही देहरादून आएंगी। उन्होंने बताया कि एडवोकेट योगिता ने ही निर्भया का केस लड़ा था और उसके दोषियों को मृत्युदंड दिलवाया था।