स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उनके परिजनों को नि:शुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराने हेतु लिखा पत्र
मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव स्वास्थ्य को भेजे पत्र मे इन्होने बताया कि उत्तरकाशी के स्वतंत्रता सेनानी चिनदरिया लाल को दून अस्पताल में उपचार के दौरान मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है।

देहरादून। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उनके परिजनों को राजकीय चिकित्सालय में नि:शुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराने हेतु 12 वर्ष पूर्व के शासनादेश दिनांक 12 अक्टूबर 2011 मे जारी आदेशों का राज्य के सभी सुगम व दुर्गम क्षेत्र के अस्पतालों में कडाई से अनुपालन हेतु, पुर्नस्मरण आदेश जारी किए जाने का अनुरोध करते हुए स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी कल्याण समीति के सचिव सुशील त्यागी ने लिखा पत्र।
मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व सचिव स्वास्थ्य को भेजे पत्र मे इन्होने बताया कि उत्तरकाशी के स्वतंत्रता सेनानी चिनदरिया लाल को दून अस्पताल में उपचार के दौरान मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है। इसका कारण यह था कि संदर्भित आदेशों से अस्पताल प्रशासन अनभिज्ञ था। यह एक बानगी भर है, राजधानी के दुर्गम अस्पतालों का अनुमान इससे अपने आप लगाया जाना संभव है।इसलिए राज्य के सभी राजकीय चिकित्सालय्यों के अधिकारियों को12 साल पूर्व जारी शासनादेश संख्या 617/XXViii-3-2011-19/2011 दिनांक 12 अक्टूबर 2011 में जारी दिशा निर्देशों के कड़ाई से अनुपालन हेतु पुनरस्मारक आदेश तत्काल जारी किए जाएं।
पूर्व मे जारी दिशा निर्देशों के अंतर्गत, सेनानियों को जारी सुविधाओं के संबंध में सभी अस्पतालों में सूचना पट तैयार कर तत्काल मुख्य द्वार पर लगा दिए जाए तथा इनके साथ शिष्टाचार का विशेष ध्यान रखते हुए चिकित्सा परिचर्या में वरीयता प्रदान की जाए।
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को दून अस्पताल, देहरादून में उपचार हेतु भर्ती उत्तरकाशी निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिंद्रिया लाल का हाल चाल जाना एवं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।