मोदी जी ने देश की हालत कर दी ‘लाचार’ जैसी, पोस्टर लगाकर पूछना पड़ रहा मैं भारत की नारी या ‘कुतिया’: आजाद अली
आज़ाद अली ने कहा कि 5 सितंबर को बेंगलुरु में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद देश भर के पत्रकारों ने इस घटना का जबरदस्त विरोध किया था। विरोध प्रदर्शनों के बीच ही कुछ लोगों ने गौरी लंकेश के लिए अपमानजनक शब्द कहे थे। इनमें एक नाम काफी चर्चित हुआ- निखिल दधीच। निखिल दधीच सबसे ज्यादा चर्चाओं में इस कारण आया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे ट्वीटर पर फॉलो करते हैं। निखिल ने गौरी लंकेश की हत्या को कुतिया की मौत कहते हुए ट्वीट किया था। इस ट्वीट के चलते पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी की भी जमकर आलोचना हुई थी। बीजेपी इस मामले में इस कदर लोगों के गुस्से का शिकार हुई थी कि बकायदा उसे बयान देकर इस मामले में सफाई देनी पड़ी थी। बीजेपी ने निखिल दधीच के ट्वीट को खुद से अलग करते हुए जबरन पीएम का नाम खींचने का आरोप लगाया था।
आज़ाद अली ने कहा कि बिना आग के धुंआ नहीं उठता। सारी दुनिया जानती है कि मृतक पत्रकार का अपनी लेखनी में इशारा किस ओर था, जिस वजह से उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया और रोजाना देश में पत्रकारों पर हमले बढ़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर गुरुवार को एक तस्वीर वायरल हो रही है। ये तस्वीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की बताई जा रही है। दरअसल इस तस्वीर में एक पोस्टर नजर आ रहा है। पोस्टर में लिखा गया है- मोदी जी, दो जवाब…मैं भारत की नारी या कुतिया। तस्वीर में दिख रहा है कि ये तस्वीर वाराणसी के लहुराबीर पुलिस चौकी के ठीक ऊपर लगाई गई है। कुछ पुलिसवाले पोस्टर को हटाते दिख रहे हैं। हालांकि इस पोस्टर के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। इस पोस्टर को आम आदमी पार्टी के नेता विपिन राठौर ने भी ट्वीट किया है।
वाराणसी में लगा पोस्टर, मोदी जी से प्रश्न, ” मैं भारत की नारी या कुतिया….” pic.twitter.com/XnnwvmMK3s
— Vipin Rathaur (@VipinRathaur) September 20, 2017
आज़ाद अली ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से उनके संसदीय क्षेत्र की वाराणसी की महिलाएँ सवाल कर रही हैं कि क्या उनके राज में महिलाओं की यही इज़्ज़त रह गयी है, जो पहले खुलेआम महिलाओं को मौत के घाट उतार जा रहा है और फिर मरने के बाद उन्हें भाजपा के लोगों द्वारा गालियां दी जा रही है। आज़ाद अली ने प्रधानमंत्री से सवाल उठाया कि आखिर वे देश को किस ओर ले जा रहे हैं जहां महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि पीएम को इस घटना पर जरा भी अफसोस होता तो वे रविवार को अपने “मन की बात” कार्यक्रम में इस घटना की निंदा करके अफसोस जताते।मगर अफसोस उन्होंने ऐसा नहीं किया जिससे देश की महिलायें आहत हैं।
Winnertimes.in किसी भी हाल में इस तस्वीर की पुष्टि नहीं करता है। ये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।