नवरात्रि में न करें सेहत की अनदेखी, आजमायें ये उपाय
नवरात्रि आते ही हर किसी के मन में एक उत्साह व उमंग की लहर दौड़ जाती है। इन नौ दिनों में लोग पूरी भक्तिभाव से माता की अर्चना व पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। लेकिन इन नौ दिनों के दौरान जिस चीज की सबसे अधिक अनदेखी की जाती है, वह है सेहत। अब जब गर्मी बढ़ने लगी है तो ऐसे में अगर नवरात्रि व्रत के दौरान बहुत अधिक हैवी या तला−भुना जैसे पूरी आदि खाई जाए तो इससे सेहत पर विपरीत असर पड़ता है। चलिए आज हम आपको बताते हैं नवरात्रि व्रत में हेल्दी और एक्टिव रहने का तरीका:-
व्रत का भले ही धार्मिक महत्व होता है, लेकिन इसके पीछे एक वैज्ञानिक तथ्य भी होता है। यदि डाइटीशियन की मानें तो व्रत रखने से व्यक्ति को रोजमर्रा के भोजन से ब्रेक मिलता है और वह खुद को संयमित करने के साथ−साथ अपने शरीर की भीतर से सफाई भी करता है। लेकिन आजकल लोग व्रत के दिनों अपेक्षाकृत ज्यादा तला−भुना व हैवी खाते हैं। ऐसा बिल्कुल भी न करें, खासतौर से गर्मी के मौसम में तो बिल्कुल भी नहीं। जहां तक संभव हो, सात्विक आहार का सेवन करें। व्रत के दिनों में पूरी, परांठे, टिक्की, नमकीन या आलू को तलकर चाट आदि खाने की बजाय फलों, सब्जियों व दूध को प्राथमिकता दें। इससे आपको हल्कापन व एनर्जेिटक तो महसूस होगा ही, साथ ही इससे बॉडी डिटॉक्सीफाई भी होगी।
चूंकि अब गर्मी बढ़ने लगी है, इसलिए शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप ऐसी चीजों को प्राथमिकता दें, जो शरीर को ठंडक प्रदान करती हों। मसलन, व्रत में चाय या कॉफी पीने के स्थान पर दही खाएं। आप इसमें फल मिलाकर भी खा सकते हैं। इसी तरह, नवरात्रि व्रत में नारियल पानी पीना भी अच्छा विचार हो सकता है।
जो लोग पूरे नौ दिन व्रत रखते है, उन्हें अपने शरीर में काफी लो फील होता है। ऐसे में उनका काम में भी मन नहीं लगता। लेकिन अगर आप शरीर में एनर्जी का स्तर बनाए रखना चाहते हैं तो पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लें। जैसे आप व्रत के दौरान पनीर, दही या छाछ पीकर प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं। वहीं हल्की भूख लगने पर केले, संतरा, सेब या कुछ नट्स जैसे बादाम, पिस्ता व अखरोट खाए जा सकते हैं, इससे भूख तो शांत होती है ही, साथ ही शरीर में उर्जा का स्तर भी बना रहता है।
गर्मी के मौसम में शरीर को पानी की अधिक आवश्यकता होती है। वैसे कुछ लोग व्रत के दौरान सिरदर्द आदि की शिकायत करते हैं, इसके पीछे का मुख्य कारण पानी की कमी होता है। इसलिए अगर आप व्रत के दौरान बाहर जा रहे हैं या आपका काम फील्ड का है तो अपने साथ पानी की बोतल कैरी करें। वहीं ऑफिस में काम करने वाले लोग अपनी टेबल पर पानी की बोतल रखे और थोड़ी−थोड़ी देर में पानी अवश्य पीते रहें। वैसे आप पानी के अतिरिक्त ताजा फलों का रस या सब्जियों का सूप बनाकर पी सकते हैं।
व्रत के दौरान काम का अत्यधिक बोझ अपने सिर पर न लें और न ही काम के दौरान बहुत अधिक देर तक भूखे रहें। अगर आप लंबे समय तक काम करने वाले हैं तो बीच−बीच में कुछ हेल्दी अवश्य खाएं। इसके अतिरिक्त व्रत के दौरान पूरी नींद लें ताकि आपको खुद को फ्रेश व एक्टिव महसूस करें। साथ ही हल्का व्यायाम, योगा व मेडिटेशन भी अवश्य करें।