राजनीतिक घमासान के बाद हुई अहमद पटेल की जीत
नई दिल्ली। गुजरात राज्यसभा चुनाव में आखिरकार 10 घंटे के हाई-वोल्टेज ड्रामे के बाद नतीजे सामने आए। बीजेपी की तमाम कोशिशों को धराशाई करते हुए कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने जीत दर्ज की। वहीं बाकी दो सीटों पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को जीत मिली। चुनाव में कुल 176 वोट किए गए थे, जिनमें से 2 वोट रद्द होने के बाद 174 की काउंटिंग की गई। अहमद पटेल ने 44 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार बलवंत राजपूत को शिकस्त दी।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को 46 वोट मिले।वहीं स्मृति ईरानी को भी 46 वोट मिले। जबकि बलवंत सिंह राजपूत को महज 38 वोट मिले हैं।
जीत पर पटेल ने कहा शुक्रिया:-
जीत के बाद अहमद पटेल ने पार्टी नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया। पटेल ने ट्वीट कर सत्य की जीत होने की बात कही। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये सिर्फ मेरी जीत नहीं है, बल्कि सत्ता, पैसे और स्टेट मशीनरी के दुरुपयोग की हार है।
मंगलवार शाम वोटिंग खत्म होने के बाद कांग्रेस ने रिटर्निंग ऑफिसर से अपनी पार्टी के दो बागी विधायकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि दोनों विधायकों ने वोटिंग के दौरान अपने बैलेट अमित शाह को दिखाए, जो नियम के खिलाफ है। हालांकि, बीजेपी इसे नकारती रही।
दिल्ली पहुंची गुजरात की लड़ाई :-
इसके बाद गुजरात राज्यसभा चुनाव का रण दिल्ली पहुंच गया। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला और आरपीएन सिंह ने चुनाव आयोग जाकर मामले की शिकायत की। साथ ही उन्होंने अपनी दलील पेश करते हुए दो विधायकों के वोट रद्द करने की अपील की। कांग्रेस की इस प्रयास को कमजोर करने के लिए बीजेपी ने 6 केंद्रीय मंत्रियों का डेलीगेशन चुनाव आयोग भेजा। वित्त मंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व में रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण और धर्मेंद्र प्रधान ने चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचकर कांग्रेस की अपील को दरकिनार करने की मांग की।
तीन-तीन बार EC दफ्तर पहुंचे नेता:-
बीजेपी का डेलीगेशन चुनाव आयोग के दफ्तर से निकला ही थी कि कुछ देर बाद वहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का जमावड़ा लग गया। वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद समेत कई नेताओं ने आयोग पहुंचकर अपनी दलीलें पेश की। कांग्रेस ने यहां हरियाणा में वोट रद्द होने की घटना का उदाहरण दिया। कांग्रेस के बाद फिर बीजेपी और बीजेपी के बाद फिर कांग्रेस, इस तरह से दोनों पार्टियों के नेता तीन-तीन बार आयोग में अपना पक्ष लेकर पहुंचे।
आधी रात को आया चुनाव आयोग का फैसला:-
इसके बाद चुनाव आयोग में घंटों तक माथापच्ची चली। आखिरकार रात करीब 12 बजे आयोग ने कांग्रेस के दोनों बागी विधायकों के वोट रद्द करने का आदेश दिया। इस आदेश के साथ ही आयोग ने वोटों की काउंटिंग के भी निर्देश दिए। हालांकि, बीजेपी ने आयोग के इस फैसले को गलत ठहराया। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने आयोग के फैसले को गलत बताते हुए नाराजगी जताई। इस दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह गांधीनगर में काउंटिंग सेंटर के बाहर मौजूद रहे। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी के साथ कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
काउंटिंग का विरोध:-
चुनाव आयोग के आदेश के बावजूद कई घंटों तक वोटों कि गिनती रुकी रही। बीजेपी ने कांग्रेस विधायकों के खिलाफ अपनी शिकायत पर सुनवाई की दलील देते हुए चुनाव आयोग से दखल की मांग की। गुजरात बीजेपी नेताओं ने एक वायरल वीडियो का भी हवाला दिया। इस बीच गुजरात कांग्रेस के नेता अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि हम न्याय कि लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी काउंटिंग शुरू नहीं होने दे रही है। बीजेपी का कहना है कि हमने कांग्रेस के विधायकों के खिलाफ जो एप्लीकेशन दी थी, उस पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई नहीं की है, इसलिए बीजेपी ने काउंटिंग शुरू नहीं होने दी।
रात करीब 1.30 बजे शुरू हुई वोटिंग की गिनती:-
कई घंटों के इंतजार के बाद आखिरकार रात करीब 1.30 बजे वोटों की गिनती शुरू हुई। मतदान केंद्र से बाहर निकलकर कांग्रेस विधायक शैलेष परमार ने अहमद पटेल को 44 वोट मिलने के साथ उनकी जीत का दावा किया।
EC से मिलने के बाद बीजेपी का बयान:-
बीजेपी डेलीगेशन ने चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बताया कि कांग्रेस पार्टी सुबह से बेबुनियाद आरोप लगा रही है। कांग्रेस हार की खबर से बौखला गई है, इसलिए उन्होंने आपत्ति जताई है। चुनाव आयोग से अपील की है कि इस आरोप पर कोई मौका नहीं दिया जाना चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस को कोर्ट जाकर मामले को चुनौती देने की चेतावनी दी।
EC से मुलाकात के बाद कांग्रेस का बयान:-
दूसरी बार चुनाव आयोग से शिकायत करने के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि हरियाणा में भी ऐसा ही हुआ था, वहां वोट रद्द किया गया था। उन्होंने कहा कि हमारे पास सबूत के तौर पर वीडियो है। बीजेपी को बैलेट पेपर दिखाने पर वोट रद्द होना चाहिए। इस दौरान रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर ताकत का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
JDU-NCP विधायक के वोट पर सस्पेंस:-
जेडीयू विधायक छोटू वसावा ने दावा किया है कि उन्होंने अहमद पटेल को वोट दिया है। वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी का दावा एकदम उलटा है। उन्होंने कहा है कि जेडीयू विधायक ने बीजेपी उम्मीदवार को वोट दिया। वहीं कांग्रेस ने एनसीपी के एक विधायक का वोट मिलने का दावा किया था। हालांकि, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने अहमद पटेल को 45 वोट मिलने का दावा किया था, मगर उन्हें 44 वोट ही मिल पाए हैं। ऐसे में ये देखना भी दिलचस्प होगा कि अहमद पटेल का एक वोट कैसे कर रह गया।
बता दें कि गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मंगलवार को वोटिंग हुई थी. तीन सीटों पर चार उम्मीदवार लड़ रहे थे. दो सीटों पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जीत सुनिश्चित मानी जा रही थी. जबकि अहमद पटेल के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार बलवंत राजपूत की जीत को लेकर बड़ा संशय था.