65 साल के इस बुजुर्ग को मान चुके थे मृत, 7 साल बाद परिवार से मिला ज़िंदा
उधमसिंह नगर। इस 65 वर्षीय बुज़ुर्ग की दास्तां जानकर हर किसी का दिल पसीज जाएगा। आपको बता दें कि साल 2013 में उत्तराखंड के केदारनाथ में आई प्रलय में हज़ारों लोग मारे गए थे और कईं लापता भी हो गए थे। इन्हीं लोगों में से एक थे जमील अहमद अंसारी। आपदा के बाद काफी तलाशने पर भी इनका जब कुछ पता नहीं चला तो लोगों ने इन्हें मृत समझ लिया था।
केदारनाथ आपदा में बहे उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के सितारगंज का 65 साल का बुजुर्ग 7 साल बाद परिवार से दोबारा मिला। इतने साल लापता रहने पर लोगों ने जमील अहमद अंसारी को मृत मान लिया था। पत्नी मोबिन अंसारी पिछले 6 साल से विधवा का जीवन जी रही थीं। हादसे के बाद परिवार ने भी मान लिया था कि उनकी मौत हो गई है और अब वह कभी नहीं लौटेंगे।
31 दिसबंर को मोबिन के फोन पर एक वीडियो कॉल आया। यह कॉल उनके पति जमील अंसारी का था। चमोली जिले में ‘ऑपरेशन स्माइल’ चलाने वाले एसआई नितिन बिष्ट ने बताया कि जमील 2013 में लंबागड़ में मजदूरी करते थे। जब केदारनाथ की आपदा आई तो वह अलकनंदा में बह गए। हादसे के बाद उनकी याददाश्त चली गई।
बताते चलें कि पुलिस अधिकारियों ने जमील को गोपेश्वर के शेल्टर होम में पाया तो उनसे बातचीत की। इसके बाद उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसे उनके भतीजे ने पहचाना। एक जनवरी को जमील को उनके परिवार को सौंप दिया गया।