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गर्मी के कारण ट्रेन में चार बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की मौत

नयी दिल्ली। देश के कई हिस्सों में मंगलवार को भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहा और कई स्थानों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा दर्ज किया गया। आगरा से कोयम्बटूर जा रहे चार बुजुर्ग तीर्थयात्रियों की अत्यधिक गर्मी के कारण रेलगाड़ी में मौत हो गई। तीर्थयात्री तमिलनाडु के थे और वे केरल एक्सप्रेस में गैर वातानुकूलित कोच में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की और जब तक रेलगाड़ी झांसी पहुंचती उनमें से तीन की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि एक तीर्थयात्री की मौत अस्पताल में हुई। उत्तरप्रदेश के झांसी में हाल के हफ्ते में काफी तेज गर्मी पड़ रही है। मंगलवार को यहां का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब और हरियाणा के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।

मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के हिसार और पंजाब के पटियाला में तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया। भिवानी में तापमान 45.3 डिग्री जबकि करनाल और नारनौल में 44 डिग्री सेल्सियस तापमान मापा गया। चंडीगढ़ का तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है। जम्मू कश्मीर और आसपास के पहाड़ी इलाकों में मंगलवार से सक्रिय हुये पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से उत्तर की ओर चली दक्षिण पश्चिमी हवाओं के साझा असर की वजह से राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली सहित समूचे पश्चिमी भारत में भीषण गर्मी से अगले 24 घंटों में राहत मिलने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में सोमवार को अब तक का सर्वाधिक 48 डिग्री और राजस्थान के चुरु में 50 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। मौसम विभाग में उत्तर क्षेत्र की पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों के तापमान में मंगलवार से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जायेगी।
मौसम विभाग के दिल्ली स्थित सफदरजंग केन्द्र ने इलाके का औसत अधिकतम तापमान सोमवार को 46 डिग्री की तुलना में मंगलवार को 41 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना व्यक्त की थी। श्रीवास्तव ने बताया कि अरब सागर से चली दक्षिण पश्चिमी हवायें राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में नमी लेकर आ रही हैं। इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित कर रहा है।
इसकी वजह से 48 घंटों तक जम्मू कश्मीर के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और निचले पहाड़ी इलाकों में तेज बारिश की संभावना को देखते हुये इसका असर उत्तर के मैदानी इलाकों के तापमान में गिरावट के रूप में दिखेगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण पश्चिमी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव की वजह से मंगलवार को सुबह से दिल्ली एनसीआर और राजस्थान के कुछ इलाकों में तेज हवाओं और हल्की बारिश का दौर शुरु हो चुका है। इसके कारण अगले तीन दिनों में धूल भरी हवाओं और हल्की फुल्की बारिश के साथ तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जायेगी।
दिल्ली के पालम क्षेत्र में सोमवार को पिछले दो दशक में दर्ज किया गया सर्वाधिक 48 डिग्री सेल्सियस तापमान आने वाले चार दिनों में 44 से 41 डिग्री और सफदरजंग क्षेत्र में तापमान 43 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। पूर्वी राजस्थान के अलग- अलग क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हुई और गरज के साथ छींटे पड़े जबकि राज्य के पश्चिमी हिस्से में लू का प्रकोप जारी रहा।
 चुरु का तापमान 47.3 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि श्रीगंगानगर का 46.2, कोटा का 45.9 और बीकानेर का 45.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बाड़मेर और जैसलमेर में भी तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहा।

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