पिछले कुछ दिनों में धीरे-धीरे बढ़ा दी गयी तेल की कीमतें

नई दिल्ली। पेट्रोल आग लगाता है। हां सच में, फिलहाल भी पेट्रोल आग लगा रहा है आपकी जेब में लेकिन बाबा, मोदी-मोदी और गाय के शोर में आपका आपकी जेब की तरफ ध्यान नहीं जा रहा है।
गौरतलब है कि जब मनमोहन सरकार में दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें 60 रुपए प्रतिलीटर हुईं थी तो BJP नेताओं ने सड़क पर आकर अपने कपड़े फाड़ लिए थे। बसों को रोक दिया और रोड पर जमकर बवाल किया। कहने को ये एक प्रदर्शन था लेकिन फायदा क्या हुआ, लोग परेशान हुए।
लोगों का क्या है लोग तो आज भी परेशान हैं। दिल्ली में पेट्रोल की कीमते कैंसर की तरह बढ़ रही हैं। जैसे कैंसर बढ़ता है और इंसान को पता नहीं चलता क्योंकि वो बाहरी चीजों में मग्न रहता है। मुंबई में पेट्रोल सबसे महंगा बिक रहा है, 80 रुपए लीटर। अब तो बस लोग वो नारा याद करते हैं।
दिल्ली में पेट्रोल का दाम 70.03 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया जो करीब 8 महीने में सबसे अधिक भाव है। वहीं, मुंबई में भाव 80 रुपए प्रति लीटर रहा जो अगस्त 2014 के बाद मुंबई में सबसे अधिक भाव है। कमोबेश यही हाल डीज़ल का भी है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें ग्लोबल बाजारों में पेट्रोल के रेट्स, क्रूड और डॉलर-रुपए की चाल पर निर्भर करते हैं। आपको बता दें कि ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 16 जून से 15 साल पुरानी व्यवस्था को छोड़ रोजाना कीमतों की समीक्षा व्यवस्था लागू की है।
4 साल पहले पेट्रोल ने छुआ था उच्चतम स्तर :
दिल्ली में पेट्रोल का अबतक का उच्चतम भाव 76.06 रुपए है जबकि मुंबई में अबतक का उच्चतम भाव 83.62 रुपए प्रति लीटर है, करीब 4 साल पहले यानी 14 सितंबर 2013 को दिल्ली और मुंबई में पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने इस भाव को छुआ था।